अटेर से अशोक भदौरिया और भिंड से राकेश चौधरी का दिया नाम
दिग्विजय सिंह ने खेला दांव
नईदिल्ली | 06 अक्टूबर, 2023 आगामी विधानसभा चुनाव के लिए दिग्विजयसिंह ने भिंड जिले के अटेर क्षेत्र से अशोक भदौरिया और भिंड क्षेत्र से राकेश चौधरी का नाम आगे करके सब को चौंका दिया है| विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि डीएसपी पुलिस से रिटायर हुए अशोक भदौरिया मंत्री गोविन्द राजपूत के समधी हैं| गोविन्द राजपूत सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत करने वाले और उनके खासमखास हैं| वे गोविन्द राजपूत भिंड के प्रभारी मंत्री भी हैं और उनका खास रुतबा है| इसलिए भाजपा राज में पूरे समय भिंड में सारे अफसर अशोक भदौरिया के इशारे पर काम करते रहे और उनकी तूती बोलती रही|
इसके अलावा वे व्यापम काण्ड के मुख्य आरोपियों में से एक सुरेश भदौरिया के बड़े भाई हैं| कांग्रेस व्यापम घोटाले को बड़े जोर शोर से उठाती रही है| प्रियंका गांधी ने मोहनखेड़ा में और इससे पहले मध्यप्रदेश की सभी सभाओं में व्यापम घोटाले को प्रमुखता से उठाया| राहुल गांधी ने भी हमेशा व्यापम घोटाले को शिवराज सरकार का सबसे बढ़ा घोटाला बताया| खुद दिग्विजय सिंह व्यापम को लेकर हमेशा मुखर रहे हैं| ऐसी स्थिति में उनके द्वारा व्यापम घोटाले संलिप्त सुरेश भदौरिया के भाई की टिकट के लिए पैरवी किया जाना किसी के गले नहीं उतर रहा है|
इसी तरह शिवराजसिंह के खिलाफ तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का सदन के अंदर विरोध करके शिवराज सिंह का बचाव करने वाले राकेश चौधरी का नाम उनके द्वारा भिंड से रखा जाना भी आश्चर्य जनक है| यहाँ बता दें कि राकेश चौधरी बाद में भाजपा में चले गये थे और पिछले चुनाव में वे भिंड विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए थे| इस चुनाव में उनकी जमानत जप्त हो गई थी| राकेश चौधरी के अचानक कांग्रेस को धोखा देकर भाजपा में जाने से अजयसिंह की उनसे नाराजगी जग जाहिर है| अजयसिंह और दिग्विजय सिंह सगे रिश्तेदार हैं| वे उनके दामाद हैं| इसके बावजूद उनकी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं की उपेक्षा करते हुए दिग्विजय सिंह द्वारा राकेश चौधरी का नाम लिए जाने भिंड की राजनीति में हलचल मच गई है|