शायद मुझे भी कदर मिले

योगिता आर्या कक्षा - 11वीं राजकीय इंटर कॉलेज वज्यूला, उत्तराखंडन कभी कदर थी मेरी ना कभी होगी शायद ना कभी कोई गलती थी मेरी ना कोई गुनाह था मेरा फिर भी चुप रहती रही हर दुख सहती रही ना कभी मैंने जाना सीखा ना मैंने मरना जाना…
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मेरा सपना

तानिया चौरसों, उत्तराखंडमैंने जो सोचा है सपने खुद के अपने पूरा करने का एक साहस भी अपना सा नहीं रोक सकता यह समाज भी अब मिला है एक मौका फिर क्यूं न देखूं कोई सपना? पूरा क्यों न करूं उसको मान लिया है जिसको अपना अब रुकना नहीं…
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क्या है इस समाज में?

काजल गोस्वामी कक्षा - 10वीं गरुड़, उत्तराखंडलड़की ही जन्म देती है लड़की ही सिखाती है मगर जब निर्णय की बारी आती फिर लड़की क्यों पराई हो जाती क्या है इस समाज में? जहां लड़के को ही पूजा जाता है जब हो किसी लड़की पर अत्याचार फिर भी…
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हम सब हिंदुस्तानी हैं

महिमा जोशी कन्यालीकोट, उत्तराखंडना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है हमारी पहचान बस इतनी है कि हम सब हिंदुस्तानी हैं देश से करते प्यार इतना कि जान भी गंवाई है मत पूछो हम कौन हैं? हम सब हिंदुस्तानी हैं नेहरू, गांधी और…
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बेटियां

वर्षा आर्या उम्र - 13 वर्ष कपकोट, उत्तराखंड  बेटी होती घर की लक्ष्मी, बेटी है प्रकृति का उपहार, बेटी का करो सम्मान, आगे बढ़ कर बनेगी महान, बेटी को जब पढ़ाओगे, समाज में इज़्ज़त पाओगे, बेटी हर घर की हरियाली, याद करेगी सबको प्यारी,…
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क्या मैं समाज के लिए अभिशाप हूँ?

शिवानी उम्र - 13 वर्ष उतरौड़ा, उत्तराखंड  बेटी का हर पल सुंदर, फिर वह कैसे है बोझ? क्यों करते हो उसके साथ भेदभाव? क्यों समझते हो उसको अभिशाप? बेटी को भी जीवन जीने दो, पढ़ लिख कर आगे बढ़ने दो, खुले आसमान में उड़ने दो, उसको भी…
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ज़ुल्म का शिकार क्यों हैं लड़कियां?

सिमरन कुमारी मुजफ्फरपुर, बिहारक्यों अपने सपनों को पूरा ना कर पाए लड़कियां? क्यों मर्यादा की जंजीरों में बांध के रखी जाए लड़कियां? क्यों अपनी उड़ानों को ना भर पाए लड़कियां? क्यों घुट-घुट कर घर में रहती है लड़कियां? क्यों…
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मां क्यों तूने मुझे रोका?

वर्षा आर्या उम्र - 13 वर्ष कपकोट, उत्तराखंडमां क्यों तूने मेरी उड़ान को घर की चारदीवारी में कैद करके रखा? क्यों तूने शाम चार बजे के बाद घर से बाहर जाने से रोका? क्यों तूने सपनों को पंख लगाने से रोका? इन हैवानों के डर से मेरी…
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मां शब्द की क्या ही परिभाषा दूं?

भावना मेहरा कपकोट, बागेश्वर उत्तराखंडमां शब्द की क्या ही परिभाषा दूं? मां एक शब्द है न लेख है, ना ही इस शब्द का कोई मोल है, मां शब्द एक एहसास है, एक प्यार है, जिंदगी के हर दुख में छुपे एक हंसी का एहसास है, जो साथ न होकर भी…
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बेटी

रितिका चोरसौ, गरुड़ उत्तराखंडसंसार में आने से पहले, क्यों कर देते है उसकी हत्या, क्य बेटी है बोझ? जो पूरे परिवार को है संवारती, मगर पराया धन के नाम से, घर में इज्जत न पाती, कम उम्र में कर देते उसके हाथ पीले, अगर पढ़ा दिया तो…
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