अपनी राह मैं खुद बनाऊंगी

लक्ष्मी गढ़िया पोथिंग, कपकोट बागेश्वर,उत्तराखंड जिंदगी में कुछ करना है मुझे, अपनी राह मैं खुद बनाऊंगी, माने कोई या ना माने, मैं खुद गुरु बन जाउंगी, किसी सहारे की जरुरत नहीं है मुझे, खुद ही सहारा बन जाउंगी, मैं कैसे पहचान पाउंगी?…
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गांव का हाल अब देखा नहीं जाता

नेहा गोस्वामी चौरसो, गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड गांव का हाल अब मुझसे देखा नहीं जाता, लड़कियों के लिए ताने अब सहा नहीं जाता, गांव की हालत अब ऐसी हो गई, लड़कियों को पराया धन समझा गया है, अरे गांव के लोगों ! बाहर की दुनिया देखो,…
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मेरे बचपन की जिंदगी

नंदिनी कक्षा - 12वीं कपकोट, बागेश्वर उत्तराखंड मेरी जिंदगी कुछ ऐसी थी, न ही दिन का खाना था, न रात का ठिकाना था, बचपन का जमाना था, जब लड़की और लड़के में भेदभाव होता था, मगर हमें कहां पता होता था।। राह में चलते लोग मुझे,…
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लड़की होती सबसे महान

अक्षिता कक्षा - 9वीं चोरसौ, गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड लड़की होती सबसे महान, लड़की है घर की शान, उसे भी दो जीने का हक, वो भी करेगी सपने सच, दुनिया में वो सबसे महान, लड़की से है दुनिया चलती लड़की पे ही खत्म हो जाती, लड़की को…
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जीवन एक संघर्ष है

अनुराग उपाध्याय जीवन एक संघर्ष है, एक अनोखी यात्रा, संघर्षों से भरा, है रोमांचक गाथा, हर कोई यहां, चलता रहता है आगे, कभी हंसता है, तो कभी रोता है पीछे। संघर्ष है जीवन की आधारशिला, जो बनाता है हमें सबल और समर्थ, चुनौतियों से…
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बंद पिंजरों में कैद बेटियां

पूजा गढ़िया पोथिंग, कपकोट बागेश्वर, उत्तराखंड बंद पिंजरों में कैद बेटियां, चीखती रहती चिल्लाती रहती, हमें बाहर निकालो, संसार हमें भी देखना है, पर ये संसार क्या जाने बेटियों का प्यार, उनको तो बेटो से मतलब है, उनको कौन समझा पाया,…
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घरेलू कामकाजी महिलाएं

विनीता चोरसौ,गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड महिलाएं सब काम करती हैं, घर का सारा बोझ उठाती हैं, घर की हर जिम्मेदारी को उठाती है, वह अपने कंधो पर लेती है सारा बोझ, मां ममता का रूप है प्यारा, लड़की है औरत की छाया, सुबह सवेरे जल्दी उठती,…
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नन्ही सी जान है वो

गुनु चोरसौ, गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड नन्ही सी जान है वो, नन्हें से सपने है उसके, पर उन्हें कोई पूरी होने नहीं देता, वह दुर्गा वही काली, फिर भी उसे ठुकराते, समझते हैं लड़के को जहान, पर होती हैं लड़कियां महान, क्यों दर्द सहना…
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दिन भले ही मजे में गुजरे

तनुजा गढ़िया तोली, कपकोट बागेश्वर, उत्तराखंड दिन भले ही मजे में गुजरे, मस्ती में हो जाती कितनी रात, और हुए कितने सवेरे, खुली हवा में लेते सांस, फल-फूलों से हर सुबह महकती, है वो ये जगह जिसे सभी, उत्तराखंड देवभूमि के नाम से जानते,…
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