प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ जी की अशोकनगर में पत्रकार वार्ता

भोपाल/ अशोकनगर, 15 सितम्बर। आपके सामने प्रदेश की तस्वीर है ज्यादा समझाने की जरूरत नहीं है कि भ्रष्टाचार की क्या सीमा है। आज भ्रष्टाचार का क्या रिकॉर्ड है। घोटाले का क्या रिकॉर्ड है ये घोटालों की सरकार, भ्रष्टाचार की सरकार, झूठों की सरकार आज मध्यप्रदेश में है। आम जनता ने यह बात समझ ली है और पहचान लिया है। आज मध्य प्रदेश का हर वर्ग परेशान है, हमारे नौजवान हों,किसान हों, छोटे व्यापारी हों।

 

हम इस जिले की ही बात करें के कितने सारे आश्वासन शिवराज सरकार ने दिए। अस्पतालों की बात हो तो अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, स्कूल में शिक्षक नहीं खंबो में कहीं तार नहीं और तार में बिजली नहीं। ये आज अशोकनगर जो प्रसिद्ध जिला है खेती के लिए यहां 30 प्रतिशत सूखा पड़ा है लेकिन कोई सर्वे नहीं हुआ कोई मुआवजा नहीं मिला। यह आज स्थिति सबके सामने है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने आज अशोकनगर प्रवास के दौरान पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये यह बातें कहीं।

पत्रकारगणों से सवाल-जबाव: 

प्रश्न: माननीय कमलनाथ जी शिक्षा का जिस तरह से निजीकरण चल रहा है और जो सीएम राइज स्कूल इस समय बनाए जा रहे हैं तो आगामी समय में यह योजना है कि जो गांव में स्कूल है, उन्हें बंद किया जा सकता है तो क्या आपकी सरकार आती है तो शिक्षा का निजीकरण होने देंगे ?

कमलनाथ जी – निजीकरण का प्रश्न नहीं है ये तो पूरे देश में निजीकरण कर रहे है। आपने देखा किस तरह से यह पूरे देश का निजीकरण कर रहे हैं। जो इतनी सारी हमारी इमारतें बनी थी इतनी सारी संस्थाएं बनी थी उनका भी निजीकरण कर रहे हैं। स्कूल तो बहुत छोटी सी बात है। पर स्कूलों की शिक्षा प्राथमिकता में है शिक्षा से ही पौधा डालता है और अगर शिक्षा सही ना हो हमने देखा पटवारी घोटाले में ज़ब पास हुए कुछ लोगों से प्रश्न पूछा गया तो वो जवाब नहीं दे पाए क्योंकि पैसे दो और नौकरी लो हुआ है। पर शिक्षा को प्राथमिकता हम देंगे और हम निजीकरण के इस पक्ष में नहीं है। और जो आवश्यकता है आज के जो शासकीय स्कूल हैं इनका निजीकरण ना हो लेकिन इन स्कूलों में शिक्षक तो हो कोई मापदंड तो हो। जो नए स्कूल बनते हैं या निजी स्कूल बनते हैं तो हमें तो स्कूलों की आवश्यकता है। पहले बच्चें स्कूल नहीं जाते थे लेकिन आज स्कूल बढ़े हैं तो शिक्षक नहीं है।

 प्रश्न- उपचुनाव में बिकाऊ टिकाऊ का मुद्दा काफी चला था अब फिर चुनाव का दौर आ गया है फिर से टिकट वितरण होना है तो अशोकनगर की जो सीट है वो ैब् के लिए रिजर्व है। यहां का जो राजनैतिक माहौल है वह आपसे अछूता नहीं है। यहां फिर से टिकट शुद्ध को दिया जाएगा या पैराशूट से जो लोग आ जाते हैं उनकों टिकट दिया जाएगा क्योंकि आधा चुनाव तो टिकट के वितरण से ही जीता जाता है।

कमलनाथ जी – देखिए कोई पैराशूट नहीं होगा जो कांग्रेस में भी आ रहे हैं दूसरी पार्टियों से पूरे प्रदेश में जबतक स्थानीय संगठन हमारा स्वीकार नहीं करता है तब तक कोई भी नहीं आता है। अभी जिन्होंने ज्वाइन किया आपने देखा होगा मंच पर हमारा स्थानीय संगठन भी बैठा था। हमारे स्थानीय संगठन को सबसे पहले उन्हें स्वीकार करना है। और टिकट कोई पैराशूट से नहीं टिकट के लिए हमने सर्वे कराया है ।अभा कांग्रेस कमेटी ने सर्वे कराया है उसी हिसाब से टिकट होंगे।

प्रश्न – कल नरेंद्र मोदी जी बीना आये थे वहां उन्होंने बोला है की इंडिया का गठन हुआ है वह सिर्फ सनातन के अंत के लिए हुआ। सनातन धर्म के विरोध में है इंडिया का गठन।

कमलनाथ जी- सनातन धर्म को तो हम सब स्वीकार करते हैं यह कोई कहने की आवश्यकता है। अपना देश सनातन धर्म का भी देश है बाकी भी धर्म है पर सनातन धर्म कोई यह शिक्षा नहीं देता कि दूसरे धर्म को दूर रखा जाए।

 प्रश्न- कमलनाथ जी हमारे यहां से सांसद थे सिंधिया जी आपकी सरकार के समय उन्होंने कहा था कि सारे मुद्दे हल नहीं हो रहे इसलिए वह सड़क पर उतर सकते हैं वह मुद्दे आज भी वैसे ही हैं तो उनको फिर से सड़क पर उतरने के लिए आप आमंत्रित करेंगे?

कमलनाथ जी – अब सिंधिया जी भारतीय जनता पार्टी में भारतीय जनता पार्टी उनका भविष्य तय करेगी। उन्होंने अपना भविष्य तय कर लिया अब भारतीय जनता पार्टी में चले गए तो अब भारतीय जनता पार्टी ही उनका भविष्य तय करेगी।

प्रश्न – माननीय किसी भी सरकार के द्वारा रेवडी कल्चर का का प्रचलन जो देखने में आ रहा है चाहे वह बीजेपी हो या किसी और राज्य की बात हो तो इससे समाज कितना अकर्मंड या आत्मनिर्भरता की कमी आती है और प्रदेश में वर्तमान में जो कर्ज की दशा है मध्यप्रदेश में उसके बारे में थोड़ा बताएं।

कमलनाथ जी – ये जो पिछले 4 – 5 महीना में शिवराज सिंह जी ने घोषणा करने शुरू की है तो घोषणा की मशीन डबल स्पीड पर चल रही है। इनकी झूठ की मशीन भी डबल स्पीड चल रही है। 18 साल बाद इन्हें बहने याद आई, 18 साल बाद इन्हें कर्मचारी याद आए, 18 साल बाद उन्हें नौजवान याद आये आज मध्यप्रदेश पर 3लाख 30 करोड़ रुपए का कर्जा है। मैं तो पूछता हूं इस कर्ज का क्या उपयोग किया इन्होंने। यह प्रश्न आपको भी पूछना चाहिए। इन्होंने बड़े-बड़े ठेके दिए। बड़े-बड़े ठीक हो में से एडवांस लेकर इन्होंने अपनी कमीशन निकाली पर इस 3 लाख 30 करोड़ का जो कर्जा लिया है क्या इससे हमारे आउटसोर्स वालों को फायदा हुआ? क्या हमारे संविदा वालों को फायदा हुआ? क्या हमारी आशा बहनों का फायदा हुआ? क्या यहां कॉलेज रुका हुआ है जिसकी घोषणा हुई थी क्या उसका फायदा हुआ? तो यह जो कलर शिवराज सिंह चौहान जी ने शुरू किया है मैं बहनों को हजार रुपए दूंगा यह चार-पांच महीने से जो उनका खेल है यह अपना पाप धोना चाहते हैं 18 साल का पाप धोना चाहते हैं और जनता को गुमराह किया जा रहा है।

प्रश्न – कर्मचारियों की लगातार मांग चल रही है की पुरानी पेंशन लागू की जाए क्या आपकी सरकार आने पर होंगी।

कमलनाथ जी – मैंने यह कई दफा घोषणा की है कि हम पुरानी पेंशन बहाल करेंगे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.