वेट लैण्ड वेस्ट लैण्ड नहीं, परिस्थितिकीय तंत्र के लिए है उपयोगी: डीएम

बाबू खान

बहराइच 08 जनवरी। शनिवार को देर शाम जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला गंगा समिति की बैठक के दौरान सदस्य सचिव/प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच संजय शर्मा ने बताया कि जिले में प्रवाहित होने वाली पावन सरयू नदी के घाटों के पुनरूद्धार कार्य का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जिसके अन्तर्गत चयनित स्थलों पर आयरन ट्री गार्ड की सुरक्षा में फलदार एवं शोभाकार पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके अलावा जल भराव बाले क्षेत्रों में जलकुम्भी व अन्य खरपतवार की साफ-सफाई व सौन्दर्यीकरण कर गंगा आरती तथा पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।

इसी प्रकार जिला वेटलैण्ड समिति की बैठक के दौरान सदस्य सचिव डीएफओ श्री शर्मा ने बताया कि पूर्व सें जिले में 14 वेटलैण्ड का चिन्हांकन हो चुका है तथा राजस्व अभिलेखों में अंकित अन्य वेटलैण्ड की सूची उपलब्ध कराने हेतु उप जिलाधिकारियों से कहा गया है ताकि सभी वैटलैण्ड्स के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य किया जा सके। डीएफओ ने बताया कि इसी क्रम में दोंदरा वेटलैण्ड, रूपईडीहा नगर पंचायत तथा दहौरा वेटलैण्ड के विकास, संरक्षण तथा पर्यटन विकास के प्रस्तावों को उच्च स्तर पर प्रेषित किया जा चुका है।

इसके अलावा जिला पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान सदस्य सचिव डीएफओ श्री शर्मा ने बताया कि जनपद के जिला पर्यावरण योजना को डा. महेश कुमार, जे.आर.एफ. द्वारा इस उद्देश्य से तैयार किया जा रहा है कि उक्त योजना को ओवरसाइट कमेटी के द्वारा परीक्षण किया जायेगा। परीक्षणोपरान्त जिले को स्वच्छ एवं साफ सुधरा रखने हेतु उच्च स्तर से कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

जिलाधिकाारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि लोगों की सोच में परिवर्तन लाकर वेटलैण्ड (आर्द्रभूमि) को सुरक्षित और संरक्षित किया जा सकता है। हमें लोगों को बताना होगा वेट लैण्ड वेस्ट लैण्ड नहीं है बल्कि पूरे परिस्थितिकीय तंत्र के लिए वेटलैण्ड और इनमें रहने वाले जीवों का सुरक्षित और संरक्षित रहना पूरी मानव सभ्यता के लिए ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि नदियों के प्रवाह को बनाये रखकर इन्हें आने वाली नस्लों के लिए बनाये रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी वैटलैण्ड को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है कि उसके उद्गम स्थल से लेकर अन्तिम छोर तक प्रदूषण से मुक्त रखा जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि पर्यावरण से सम्बन्धित विभाग अपनी कार्ययोजना तथा वर्षाकाल 2022 में रोपित पौधों की अन्तर्विभागीय जाँच कर सफलता की सूचना भी समय से उपलब्ध कराएं।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी मनोज, उप जिलाधिकारी सदर सुभाष सिंह धामी, कैसरगंज के महेश कुमार कैथल, महसी के राकेश कुमार मौर्या, पयागपुर के दिनेश कुमार, मिहींपुरवा (मोतीपुर) के ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार पाण्डेय, उपायुक्त मनरेगा के.डी. गोस्वामी, जिला विद्यालय निरीक्षक उदय राज, बीएसए अव्यक्त राम तिवारी, ईओ बालमुकुन्द मिश्र अन्य जिला स्तरीय अधिकारी व बीडीओ मौजूद रहे।

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