पहले स्वयं को सुधारो, फिर समाज का कल्याण करो : आदित्यपुरी
नेहरू युवा केन्द्र का जिला युवा सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित
विक्रम सिंह जादौन
भिंड, 15 फरवरी। उठो, जागो, शक्तिशाली बनो, सामथ्र्यशाली बनो, अपने आप को कमजोर मत समझो, क्योंकि व्यक्ति जाग जाता है तो वह कुछ भी प्राप्त कर सकता है। इसलिए अपने लक्ष्य को प्राप्त करो। जब हम स्वयं को सुधार लेंगे सामथ्र्यशाली बना लेंगे तो समाज का कल्याण भी कर सकते हैं। यह बात संत आदित्यपुरी महाराज ने नेहरू युवा केन्द्र द्वारा आयोजित जिला युवा सम्मेलन में कही। भारौली तिराहा स्तिथ एमपी पैलेस में आयोजित युवा सम्मेलन में आदित्यपुरी महाराज ने कहा कि वेदों में कहा गया है ‘अकर्मण्या दस्युÓ अर्थात कर्महीन व्यक्ति दस्यु के समान होता है। इसलिए है युवाओं जागो और अपने लक्ष्य को पाने के लिए खड़े हो जाओ। जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए तब तक निरंतर लगे रहो। उन्होंने कहा कि भगवान वेद व्यासजी 18 पुराणों के साथ अनन्य धर्मग्रंथों की रचना की, लेकिन इनको जानना संभव नहीं है। इसलिए उन्होंने महात्माओं द्वारा सनातन धर्म के बारे में जानने पर बताया कि हम पर जिन्होंने किंचित मात्र भी उपकार किया है, उनके सदा ऋणी रहना और उनको पूजना ही सनातन धर्म है।
उन्होंने जीवन मे चरित्र के महत्व के बारे में भी सरल शब्दों में युवाओं को समझाया। कार्यक्रम में मेहगांव नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष ममता भदौरिया ने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए। नारीशक्ति को आज सर्वाधिक आगे आकर कार्य करने की आवश्यकता है। जितनी पुरुषों पर समाज की जिम्मेदारी होती है उतनी ही जिम्मेदारी मातृशक्ति पर है। इसलिए उन्हें भी आगे आकर विभिन्न सामाजिक कार्यों में भागीदारी करनी चाहिए। वहीं जन अभियान परिषद के समन्यवक जेपी शर्मा ने युवाओं से जलसंरक्षण करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जल बहुत ही महत्वपूर्ण है इसीलिए उसे बचाने के विभिन्न उपायों को हमे अपनाना चाहिए। साथ ही जल के लिए जरूरी पेड़ों का संरक्षण करना चाहिए।
कार्यक्रम में रामप्रकाश तिवारी ने कहा कि हम सबको सामान्य शिक्षा के साथ साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी हासिल करना चाहिए। जिला अस्पताल के डॉ. अवधेश सोनी ने कहा कि प्रदूषण आज की एक बड़ी समस्या है। उस पर पार पाने के लिए हमें स्वयं को बदलना होगा। अक्सर देखा जाता है कि लोग घर के बाहर पड़े कचरे को जलाकर नष्ट कर देते हैं। ऐसा करने से वे सोचते हैं कि चलो सफाई हो गई, लेकिन वास्तविकता में हमनें कचरे को जलाकर हवा में जो प्रदूषण फैलाया वह न जाने कितने लोगों की तकलीफ का कारण बनेगा। इसलिए इन छोटी छोटी बातों पर हमको ध्यान देना चाहिए।
युवा सम्मेलन में डॉ. तरुण शर्मा ने अपने निजी अनुभव बताते हुए कहा कि खराब दिनचर्या के कारण मेरा भजन काफी ज्यादा हो गया था। लेकिन मैंने छोटी-छोटी आदतों को सुधार कंट्रोल किया। इसलिए युवा सुबह जल्दी जागे, समय पर खाना खाएं, रात में देर तक मोबाइल न चलाएं और अपने लक्ष्य को निर्धारित कर उसकी तरफ बढ़ें, केवल तभी वे स्वयं का समाज का भला कर सकते हैं। कार्यक्रम में राधेगोपाल यादव ने शारिरिक मेहनत और देशी खानपान को अपनाने की सीख युवाओं को दी। इस अवसर पर शुभेन्द्र नाथ पुरी पत्ती वाले महाराज, जिला युवा अधिकारी आशुतोष साहू, प्रो. इकवाल अली, शिवभान सिंह राठौड़, अनिल शर्मा सहित बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे।