अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन

विक्रम सिंह जादौन
19 नवम्बर, भिण्ड,  जिले के दबोह नगर में श्रीमद्भागवत ज्ञानयज्ञ के पुनीत अवसर पर 18 नवम्बर 2021 को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन वरिष्ठ समाजसेवी कथापरीक्षित श्रीमती सुमन डॉ हरनारायण पाराशर द्वारा राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित ग़ज़लकार तथा व्यंग्यकार डॉ सुनील त्रिपाठी निराला के संयोजन एवं संचालन में किया गया; जिसमें झाँसी से श्रीमती सुमन मिश्रा ने सरस्वती वंदना के साथ साथ गीतों की रसवर्षा की। उरई के वीरेंद्र तिवारी ने वीररस की वर्षा की। टूंडला राम राहुल ने हास्य से भरी कविताएं सुनाकर श्रोताओं को ख़ूब गुदगुदाया।

आगरा के प्रसिद्ध गीतकार डॉ. अंगद धारिया ने शानदार कवितापाठ किया। रोला और दोहा लेखन में अपनी पहचान कायम कर चुके लहार के जितेंद्र त्रिपाठी अमित, झांसी के व्यंग्यकार हरनाथ सिंह चौहान ने अपने चुटीले अंदाज़ में रचनाएं पढ़ी। भिंड युवा ओजस्वी कवि आशुतोष शर्मा नंदू भैया के काव्यपाठ में राष्ट्रवाद के स्वर गुंजायमान हो उठे। मंच का बेहतरीन संचालन कर रहे डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला की धारदार ग़ज़लों का तेवर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर गया। एक बानगी देखें,’नेकनीयत की कमी है, आज पहरेदार में। आदतन अपराधियों की, भीड़ है सरकार में।’ उन्होंने अपनी प्रसिद्ध कविता ‘बारे दद्दा’ सुनाई तो पंडाल तालियों से गूंज उठा। कार्यक्रम के अंत में डॉ. हरनारायण पारासर, समाजसेवी राजेंद्र खेमरिया एवं एलआईसी अभिकर्त्ता कृष्णदत्त मिश्रा (छोटे) के द्वारा कवियों को शॉल, श्रीफल और माननिधि भेंट कर सम्मानित किया गया।

बारे दद्दा बारे दद्दा वाह वाह रे दद्दा।
फटी फटाई दरी कल तक, और आज गद्दा।।

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