हाथरस में मौसम की बदली चाल, बारिश नहीं हुई, आम जन बेहाल

यश भट्ट

हाथरस, 08 जुलाई। जुलाई का पहला सप्ताह बीत चुका है लेकिन जनपद में मानसून सक्रिय नहीं हुआ। गुरुवार को मौसम में परिवर्तन दिखाई दिया। आसमान में बादल के आगे सूरज की नहीं चली। हवा चली लेकिन उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिली। जनपद में मानसून सक्रिय नहीं होने से किसानों की चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही है। उनका मानना है कि यही हाल रहा तो फसलों को और नुकसान पहुंचेगा।

जून के महीने में मानसून सक्रिय न होने पर लोगों को उम्मीद थी कि जुलाई में बारिश शुरू हो जाएगी। इसी इंतजार में जुलाई का पहला सप्ताह निकल गया है। गुरुवार की सुबह मौसम बदला हुआ था लेकिन उमस भरी गर्मी बरकरार थी। मौसम विभाग के अनुसार 10 जुलाई तक मानसून सक्रिय होने के आसार बताए जा रहे हैं। जिस तरह हवा का रुख बदला है उससे हालात कुछ एेसे ही लग रहे हैं। गर्मी में बिजली कटौती भी अपने तेवर पूरी तरह दिखा रही है।

जनपद में आजकल खेतों में बाजरा, ज्वार, मक्का, अरहर, मूंग, धान और गन्ना की फसलें खड़ी हैं। उधर, सब्जी की फसलें भी हैं। लगातार गर्मी के कारण पुरदिलनगर व हसायन क्षेत्र में ज्वार, मक्का, बाजरा की फसलें झुलसने लगी हैं। खासकर धान की फसल को पानी की अधिक जरूरत पड़ती है। पलेबा से लेकर रोपाई तक खेतों में पानी भरा रहना जरूरी है। जैसे तैसे किसान अपने साधनों की धान की फसल की रोपाई कर चुके हैं। अब वे पानी के लिए परेशान हैं, क्योंकि रजबहा और नहरों में पानी नहीं है। वहीं बिजली भी लगातार नहीं मिल रही है और महंगी पड़ती है। डीजल भी 90 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है। इससे डीजल पंप से सिंचाई भी महंगी पड़ रही है।

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