1 अक्टूबर से बदल जायेंगे क्रिकेट के ये नियम, टी -20 विश्व कप में भी होंगे लागू

आइए जानते नए नियम कौन-कौन से हैं-

1.बल्लेबाज़ के कैच आउट होने के बाद नया बैटर लेगा स्ट्राइक- अब तक क्रिकेट में नियम ये था स्ट्राइकर बल्लेबाज़ के कैच आउट होने से पहले अगर नॉन स्ट्राइकर दूसरे छोर पर पहुंच गया तो नए बल्लेबाज़ को अगली गेंद पर स्ट्राइक नहीं लेनी पड़ती थी. बल्कि क्रीज़ पर पहले से मौजूद बल्लेबाज़ ही स्ट्राइक लेता था. लेकिन अब नए नियमों के मुताबिक चाहे दोनों बल्लेबाज़ों ने क्रॉस किया हो या ना किया हो, लेकिन स्ट्राइक पर नया बैटर ही आएगा.

2- लार पर परमानेंट बैन- कोविड-19 महामारी से पहले क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन इसके फैलने के बाद जब क्रिकेट शुरू हुआ था तो लार (saliva) पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन मगर अब लार को परमानेंट बैन कर दिया गया है.

3 बल्लेबाज़ हो सकता है टाइम आउट- नए नियमों के मुताबिक बल्लेबाज को टेस्ट और वनडे में स्ट्राइक दो मिनट में लेनी होगी. वहीं पहले बल्लेबाज के आउट होने के बाद नए खिलाड़ी को टेस्ट और वनडे में तीन मिनट का समय मिलता था. इसके अलावा टी20 में बैटर के आउट होने के बाद नए बल्लेबाज़ को 90 सैकेंड से पहले मैदान में आना होगा, ऐसा ना होने पर अब अगर फिल्डिंग टीम का कप्तान टाइम आउट की अपील कर सकता है.

4- गेंद खेलने का बल्लेबाज़ का अधिकार- अगर गेंद 22 गज की पट्टी से बाहर गिरती है तो बल्ले का कुछ हिस्सा या बल्लेबाज़ पिच के अंदर होना चाहिए. अगर वो इस स्थिति से बाहर जाता है तो अंपायर इसे डेड बॉल करार देगा. इसके अलावा कोई भी गेंद जो बल्लेबाज़ को पिच छोड़ने के लिये मजबूर करने वाली होगी उसे नोबॉल दिया जाएगा.

5. डेड बॉल – क्रिकेट के नए नियमों के मुताबिक गेंदबाज के बॉल फेंकने के दौरान अगर कोई अनुचित और जानबूझकर किसी तरह की मूवमेंट की जाती है तो उसे अंपायर द्वारा डेड बॉल दिया जाएगा, इसके अलावा बल्लेबाजी टीम को 5 रन पेनल्टी के रूप में भी मिलेंगे.

6. डिलीवरी स्ट्राइड- यदि कोई गेंदबाज़ अपनी डिलीवरी स्ट्राइड में प्रवेश करने से पहले स्ट्राइकर को रन आउट करने के प्रयास में गेंद फेंकता है तो वो अब डेड बॉल होगी. यह एक अत्यंत दुर्लभ सेनेरियो है, जिसे अब तक नो बॉल कहा जाता रहा है.

7-अतिरिक्त फील्डर – टी20 की तरह अब वनडे क्रिकेट में भी तय समय पर ओवर पूरे ना किए जाने पर फील्डिंग टीम को एक अतिरिक्त फील्डर 30 गज के घेरे के अंदर रखना होगा. जैसा कि हमने एशिया कप 2022 के भारत और पाकिस्तान के मैच के दौरान देखने को मिला था.  source ndtv

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