भारत के लिये मैच जिताऊ पारियां खेलना चाहता हूं: यशस्वी
डोमिनिका, 14 जुलाई, पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ने वाले मुबंई के यशस्वी जायसवाल ने इस उपलब्धि को अपने पिता को समर्पित करते हुये कहा कि उनकी शुरूआत बेहतर रही है और उनकी हमेशा ख्वाहिश रहेगी कि वह अपनी टीम के लिये मैच जिताऊ पारियां खेल सकें।
पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले 17वें भारतीय बने यशस्वी ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा “ यह मेरे लिए एक भावुक पल था। मैंने अपनी बल्लेबाज़ी का पूरा लुत्फ़ उठाया। मैं अभी भी बल्लेबाज़ी कर रहा हूं तो मैं जितना हो सके उतना लंबा खेलने की कोशिश करूंगा। यह मेरे करियर की अभी बस शुरुआत है। जितना मैं अनुशासित और फ़ोकस्ड रहूंगा, उतना ही मैं आगे जाऊंगा। तीसरे दिन भी मैं टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश करूंगा। मैं अपनी प्रोसेस और प्रैक्टिस पर विश्वास करता हूं। मुझे बस बीच में (क्रीज़ पर) जाना है और खेलते रहना है।”
उत्तर प्रदेश के छोटे से जिले भदोही से क्रिकेट की बारीकियां सीखने मुबंई जाकर बसे यशस्वी ने घरेलू क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम में जगह बनाई है। उनके नाम 26 प्रथम श्रेणी पारियों में 80.21 की औसत से 9 शतकों के साथ 1845 रन है। 32 लिस्ट ए मैचों में उनके नाम दोहरा शतक भी है और वह हालिया आईपीएल में 625 रनों के साथ पांचवें सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
उन्होने कहा “ मैं मानसिक रूप से ख़ूब तैयारी करता हूं और फ़िटनेस पर भी ध्यान देता हूं। मैं अपनी डाइट और अनुशासन का कड़े ढंग से पालन करता हूं। जैसी मुझे तैयारी चाहिए होती है, वैसा ही मैं अभ्यास करता हूं। मेरा प्रयास है कि मैं टीम के लिए मैच जिताऊ पारियां खेलूं। मैंने रोहित भैया से भी बल्लेबाज़ी दौरान ख़ूब बातचीत की। वह हमेशा मुझे बता रहे थे कि इस पिच पर कैसे बल्लेबाज़ी की जा सकती है और कहां रन बनाए जा सकते हैं। मैच से पहले भी उन्होंने मुझसे कहा था कि ‘जो भी करना है, तुम्हें ही करना है’।”