मेरे खराब समय में सिर्फ धोनी मेरे साथ आये: कोहली

दुबई, 05 सितंबर,  एशिया कप सुपर 4 टी20 मैच में पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक रन बनाने वाले विराट कोहली ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि उनके करियर के सबसे निचले दौर में महेंद्र सिंह धोनी के अलावा उनके पास कोई नहीं पहुंचा था। कोहली ने रविवार को यहां मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं आपको एक बात बता सकता हूं, जब मैंने टेस्ट कप्तानी छोड़ी तो मुझे केवल एक व्यक्ति का संदेश मिला। वह महेंद्र सिंह धोनी थे। कई लोगों के पास मेरा नंबर है। टीवी पर बहुत से लोग सुझाव देते हैं। लोगों के पास कहने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन जिनके पास मेरा नंबर था, उनमें से किसी ने मुझे संदेश नहीं भेजा।”

उन्होंने कहा, “वह सम्मान, वह संबंध जो आपका किसी के साथ है, जब वह वास्तविक होता है तो इस तरह से दिखता है। न तो उन्हें (धोनी) को मुझसे कुछ चाहिए, न ही मुझे उनसे कुछ चाहिए। न ही वह मुझसे असुरक्षित महसूस करते थे और न ही मैं उनसे असुरक्षित महसूस करता था। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि अगर मैं किसी से कुछ कहना चाहता हूं, तो मैं व्यक्तिगत रूप से उस व्यक्ति तक पहुंचता हूं।” कोहली ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे पूछा गया कि वह पिछले दो वर्षों में उथल-पुथल वाले दौर से कैसे निपटे, जहां वह न केवल बड़े रन बनाने में असफल रहे, बल्कि महत्वपूर्ण पदों को भी खो दिया।

स्टार भारतीय बल्लेबाज ने आईपीएल और टी20 कप्तानी छोड़ दी थी और आश्चर्यजनक रूप से एक चयन बैठक से कुछ घंटे पहले अपनी एकदिवसीय कप्तानी भी खोई थी। इसके बाद कोहली ने सभी को चौंकाते हुए टेस्ट कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी। कोहली ने पूर्व क्रिकेटरों और कमेंटेटरों पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि दुनिया के सामने सुझाव देना उनके लिए कोई मायने नहीं रखता, लेकिन उनके साथ आमने-सामने बात करना बहुत मायने रखता है, जिससे उनके खेल में सुधार हो सकता है।

उन्होंने कहा, “ अगर आप दुनिया के सामने सुझाव देते हैं, तो मेरे लिए इसका कोई मूल्य नहीं है। अगर यह मेरे सुधार के लिए है तो आप मुझसे प्रत्यक्ष रूप से बात कर सकते हैं कि मैं वास्तव में चाहता हूं कि आप अच्छा करें। मैं बहुत ईमानदारी के साथ जीवन जीता हूं, इसलिए मैं ऐसी चीजें देखता हूं। ” कोहली एशिया कप 2022 के तीन मैचों में 126.22 के स्ट्राइक रेट से 154 रन बना चुके हैं। पांच हफ्ते के लंबे विश्राम के बाद टीम में शामिल हुए कोहली ने कहा कि व्यस्त क्रिकेट से ब्रेक लेना कोई बुरा विचार नहीं है।

कोहली ने कहा, “ मैंने नहीं सोचा था कि मैं अपने बल्ले को छुए बिना एक महीना रहूंगा, लेकिन स्थिति ऐसी हो गई कि मुझे एक ब्रेक लेना पड़ा। खेल के लिए उस मानसिकता और आनंद को फिर से खोजना महत्वपूर्ण था। जब मैं खुश हूं तब मुझे पता है कि मैं टीम के लिए क्या कर सकता हूं। ” उन्होंने कहा, “ मेरा खराब स्थान पर होना न तो टीम के लिए अच्छा है और न ही मेरे लिए। मुझे लगता है कि किसी को भी इससे दूर नहीं भागना चाहिए, अगर कोई नकारात्मक या कमजोर महसूस कर रहा है, तो ब्रेक लेना कोई बुरी बात नहीं है। ”

Leave A Reply

Your email address will not be published.