नर्सिंग होम से नवजात को चुराकर मौसी ने तांत्रिक को बेचा, 50 हजार रुपये की लालच में किया था सौदा

बस्ती, 15 सितंबर,  उत्तर प्रदेश के बस्ती शहर के एक नर्सिंग होम से नवजात शिशु के गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया। जिसमें बच्चे की रिश्तेदार आशा कार्यकत्री ने उसे एक तांत्रिक के हाथ बेच दिया था। सूचना मिलते ही सक्रिय हुई पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर खोजबीन की तो चौंकाने वाली कहानी सामने आई। गनीमत रही कि कुछ घंटे पहले ही पैदा हुए नवजात को पुलिस ने रुधौली थाने के अठदेउरा गांव से ढूंढ निकाला। उसे तांत्रिक के गांव की महिला ने अपने घर में छिपाया था। माना जा रहा है कि यदि पुलिस ने तत्परता न दिखाई होती तो तांत्रिक के हाथ लगे नवजात बच्चे की जान को भी खतरा हो सकता था।

एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने कोतवाली में प्रेसवार्ता कर बताया कि आशा कार्यकत्री पूजा पत्नी मनोज निवासी मझौआमीर थाना वाल्टरगंज, तांत्रिक प्रमोद कुमार पांडेय उर्फ रिंकू पांडेय निवासी अठदेउरा थाना रुधौली व तांत्रिक के ही गांव की प्रीति पांडेय पत्नी मनोज पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है। एएसपी ने बताया कि नवजात बालक को उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया गया है। चार घंटे के अंदर इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करने के एवज में कोतवाली पुलिस की टीम को 10 हजार रुपये पुरस्कार देने का एलान किया है। जिसमें कोतवाल शिवाकांत मिश्र, एसआई मुनींद्र त्रिपाठी, महिला एसआई किरन भाष्कर, चंद्रप्रकाश मिश्र, मनीष कुमार यादव, आराधना तिवारी शामिल रहीं।

 

घटनाक्रम के अनुसार, वाल्टरगंज थाने के भरवलिया निवासी इंद्रेश की पत्नी छाया को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। सोमवार/मंगलवार तड़के करीब तीन बजे उसे शहर के मालवीय रोड स्थित एसएस नर्सिंग होम में प्रसव के लिए भर्ती कराया। मंगलवार दोपहर बाद तीन बजे उसे ऑपरेशन से बेटा पैदा हुआ। बेटा पैदा होने पर माता-पिता के अलावा अन्य रिश्तेदार खुशी से झूम उठे। उसी समय प्रसूता छाया की मौसी की बेटी जो आशा कार्यकत्री भी है, पहुंच गई। सभी एक-एक करके बच्चे को गोद में लेकर लाड-प्यार बरसाने लगे।

 

तांत्रिक के प्रलोभन में किया सौदा

ऑपरेशन के कारण प्रसूता बेसुध पड़ी थी, इसी बीच अचानक बच्चा गायब हो गया। बच्चे के पिता व अन्य लोग इधर-उधर ढूंढने लगे लेकिन कहीं पता नहीं चला। थक-हारकर बच्चे का पिता कोतवाली पहुंचा और आशा कार्यकत्री पर संदेह जाहिर करते हुए तहरीर दी। पुलिस ने आशा कार्यकत्री पूजा को हिरासत में लेकर छानबीन की तो झकझोर देने वाली कहानी सामने आई। उसने कबूल किया कि बच्चे को लेकर बोलेरो से वह महिला अस्पताल पहुंची, जहां से मोबाइल वाट्सएप के जरिए चैट करके तांत्रिक प्रमोद पांडेय को बुलाया और बच्चे को उसके हवाले कर दिया। इसके बदले उसे पांच हजार रुपये तत्काल मिल गए थे, बाकी 45 हजार रुपये वह बाद में देने की बात कहकर बच्चे को लेकर तांत्रिक अपने गांव अठदेउरा चला गया, जहां से पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।

 

बच्चा चुराकर तांत्रिक को बेचने के आरोप में गिरफ्तार आशा कार्यकत्री पूजा का कहना है कि वह झाड़ फूंक कराने के लिए तांत्रिक प्रमोद पांडेय के संपर्क में आई। तभी से तांत्रिक उसे एक नवजात बच्चा कहीं से लाकर देने की बात कह रहा था। मंगलवार को जब उसके हाथ एक नवजात हाथ लगा तो उसने तांत्रिक से संपर्क करके बच्चे को उसके सुपुर्द कर दिया। पुलिस के मुताबिक तांत्रिक को शादी के बावजूद कोई बच्चा नहीं था, इसलिए वह इसके लिए आशा कार्यकत्री का सहारा लिया।

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