भाजपा के 10 विधायक निलंबित

बेंगलुरु, 19 जुलाई , कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर ने सदन की कार्यवाही के दौरान उपाध्यक्ष रुद्रप्पा लमानी पर कागज फेंकने के आरोप में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 10 विधायकों को अगले विधानसभा चुनाव तक निलंबित कर दिया। निलंबित भाजपा विधायकों में डॉ सीएन अश्वथनारायण, वेदव्यास कामथ, धीरज मुनिराजू, यशपाल सुवर्णा, अरविंद बेलाड, सुनील कुमार, आर अशोक, उमाकांत कोटियन, अरागा ज्ञानेंद्र और भरत शेट्टी शामिल हैं।

सत्र के दौरान सदन में हंगामे की स्थिति देखी गई। भाजपा सदस्यों ने भोजनावकाश की मांग के बावजूद सदन की कार्यवाही जारी रखने के श्री खादर के फैसले पर आपत्ति जताते हुए उपाध्यक्ष की ओर कागज फेंके। जनता दल (एस) विधायकों द्वारा समर्थित भाजपा सदस्य 17 और 18 जुलाई को विपक्षी नेताओं की बैठकों में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों को तैनात करने के कांग्रेस सरकार के कदम पर आपत्ति जता रहे थे।

इससे पहले कि श्री खादर ने दोपहर के भोजनावकाश के लिए इनकार कर दिया और कहा कि बजट पर चर्चा जारी रहेगी तथा जो लोग दोपहर का भोजन करना चाहते हैं वे इसके बाद चर्चा के लिए लौट सकते हैं। इससे भाजपा सदस्य नाराज हो गए और सदन के वेल में आ गए और अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पर कागज फेंकने लगे।

सत्ता पक्ष ने भाजपा विधायकों के अनियंत्रित व्यवहार पर आपत्ति जताई, जिसके परिणामस्वरूप सदन में हंगामा हुआ। इसे ध्यान में रखते हुए, श्री लमानी ने सदन को दिन के उत्तरार्ध के लिए स्थगित कर दिया। भाजपा और जद (एस) विधायकों ने विपक्ष की आपत्तियों के बावजूद सत्र जारी रखने से नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष श्री खादर को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देकर हटाने की मांग की। विधानसभा सचिव को लिखे पत्र में कहा गया ‘विधानसभा के सभी सदस्यों द्वारा चुने गए अध्यक्ष ने सदन का विश्वास खो दिया है जिसके कारण उन्हें हटाया जाना है और इसके लिए नियम 169 के तहत हम आपसे सदन में प्रस्ताव लाने के लिए समय देने का अनुरोध करते हैं।’

विपक्षी सदस्यों ने 17 और 18 जुलाई को विपक्षी नेताओं की बैठकों में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों को तैनात करने के कांग्रेस सरकार के कदम पर आपत्ति जताई थी।
इसके जवाब में, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कुछ आईएएस अधिकारियों को उन गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के लिए प्रोटोकॉल के अनुसार तैनात किया गया था जिन्हें राज्य अतिथि माना जाता है। News Source : News Agency (Webvarta)

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