मथुरा में यमुना बह रही है चेतावनी निशान से ऊपर

मथुरा 14 जुलाई,  ताजेवाला हेडवक्र्स एवं ओखला बैराज से लगातार पानी छोड़ने के कारण उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना का जलस्तर चेतावनी निशान से ऊपर चला गया। शुक्रवार की सुबह प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर 165.34 मीटर था। अपर जिलाधिकारी योगानन्द पाण्डे ने बताया कि मथुरा में प्रयागघाट पर यमुना का चेतावनी का स्तर 165.20 मीटर है तथा खतरे का निशान 166 मीटर पर है।उनका कहना था कि वेैसे तो अभी मथुरा में बाढ़ का खतरा नही है किंतु यदि इसी प्रकार दिल्ली का पानी यमुना में छोड़ा गया तो मथुरा में बाढ़ आ सकती है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में आई बाढ़ सन 1978 के रिकार्ड को पार कर गई है इसलिए नागरिकों में भय का वातावरण फैलने से रोकने के लिए जिले के अधिकारी बाढ़ से प्रभावित संभावित गांवो तथा अन्य क्षेत्रों में जाकर लोगों को समझाते हुए व्यवस्थाओं की जानकारी भी दे रहे है।उन्होंने बताया कि यमुना किनारे के निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर अभी से जाने को कहा जा रहा है तथा इसके लिए मुुनादी कराई जा रही है। वैसे प्रशासन ने संबंधिक लाइफ जैकेट आदि की व्यवस्था तहसील स्तर पर कर दी है जिससे आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग बिना समय गंवाए किया जा सके।

उन्होंने बताया कि प्रशासन ने 66 नावों एवं 30 गोताखोरों से कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर उनकी सेवाएं ली जाएंगी इसलिए उन्हें तैयार रहना चाहिए। जिला प्रशासन ने 35 बाढ़ चैकियां आर 25 शेल्टर होम अभी से बना दिए हैं जिनमें सभी आवश्यक सामग्री को सुनिश्चित किया गया है। अपर जिलाधिकारी के अनुसार जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष और सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंचण कक्ष को 24सो घंटे चालू कर दिया है। आज 11 बजे ताजेवाला हेडवक्र्स से 54554 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया। इसी प्रकार ओखला बैराज से 37225 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिससे मथुरा में जलस्तर में वृद्धि जारी है।इस बढ़त को कम करने के लिए 70635 क्यूसेक पानी गोकुल बैराज से आगरा की ओर छोड़ा गया है।

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