दिव्यांग सूरज और उनकी पत्नी सोमिया अपनी ईको फ्रेंडली पैन और कांफ्रेंस चीज़ों से हो रही हैं लोकप्रिय
दिव्य कला मेला :
नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) कम रेट पर अपनी ईको फ्रेंडली पैन और कॉन्फ्रेंस चीज़ों से दिव्यांग सूरज और उनकी पत्नी सोमिया इस दिव्य मेले में काफ़ी लोकप्रिय हो रहे हैं। इन्होंने काग़ज़ के पेन डायरी और कलेंडर बनाएं हैं जिनकी विशेषता ये है कि इनके नष्ट होने के बाद इन्हें गमले या ज़मीन में गाड़ दें तो ये खाद का काम करते हुए पौधे उत्पन्न करेंगे।
प्लास्टिक से निजात दिलाने के लिए इनका ये प्रसंशा वाला प्रयास है। सूरज ने बताया कि वह इन ईको फ्रेंडली चीज़ों को अपनी पत्नी के साथ मिलकर बनाता है। और फ़िर इन्हें लोगों के लिए देशभर में देता है। काग़ज़ के बनाते समय इन्होंने इसमें कुछ पौधों के बीजों को इसमें डाला है। इसका लाभ ये है कि जब पेन डायरी कलेंडर खत्म हो जाए तो उसे मिट्टी या गमले में दबा दें जिससे उसके अंदर मौजूद रहे बीज पोधे बन कर निकलेंगे और प्रदूषण से मुक्ति और वातावरण सही रखेंगे। ये लोग ये कार्य पिछले पांच वर्षों से कर रहे हैं। इन्हें हेलन केलर अवार्ड 2022 देने की घोषणा भी की गई है। ये दिव्यांग जनों को निडर बनाते हुए निडर फाउंडेशन भी चलाते हैं।