भाजपा के दबाव में चुनाव आयोग : कांग्रेस

नयी दिल्ली, 03 नवंबर,  कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा के दबाव में चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों में चुनाव कराने की घोषणा एक साथ नहीं की जबकि चुनाव परिणाम एक साथ आने हैं। कांग्रेस गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा तथा पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उसे सरकार के दबाव में काम नहीं करना चाहिए। गुजरात तथा हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणाम एक ही दिन आने हैं लेकिन चुनाव की घोषणा हिमाचल के लिए 14 अक्टूबर को और गुजरात के लिए आज होती है।

उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक संस्था होने के नाते चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि क्या उसने सरकार के दबाव में यह काम किया है। आयोग को देश की जनता को बताना चाहिए कि गुजरात तथा हिमाचल के चुनाव कराने की घोषणाएं एक साथ क्यों नहीं की गई है जबकि चुनाव परिणाम एक साथ आने हैं।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि गुजरात में 27 साल तक भाजपा का राज रहा है और उससे सवाल पूछना आश्यक है। उन्होंने कहा कि महंगाई तथा बेरोजगारी पूरे देश के लिए है लेकिन सवाल है कि गांधी के प्रदेश में बड़ी मात्रा में शराब क्यों पकड़ी जा रही है। गुजरात में पांच लाख पद खाली हैं और वहां 22 परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं नहीं हैं। सड़कों की हालत बहुत खराब है। कोराना के समय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और सरकार कोरोना से निपटने के प्रबंधन में विफल रही है।

उन्होंने कहा कि गुजरात में लोग भाजपा से पीड़ित हैं और उनके सामने सिर्फ कांग्रेस एक मात्र विकल्प है। कांग्रेस ने वहां जमीन पर रहकर काम किया है और उसी के आधार पर उसका दावा है कि वहां कांग्रेस सरकार बना रही है। उनका यह भी कहना था कि आम आदमी पार्टी कहीं जमीन पर नहीं है। गुजरात के लोग आम आदमी पार्टी को समझते हैं और वे यह भी समझ चुके हैं कि गुजरात में भाजपा शासन में किस कदर भ्रष्टाचार का बोलबाला है।

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