चिकित्सकों ने महिला के पेट से लैप्रोस्कोपिक प्रक्रिया से फुटबॉल के आकार का ट्यूमर निकाला

नयी दिल्ली, 05 सितंबर.  सीके बिरला अस्पताल में चिकित्सकों के एक दल ने लैप्रोस्कोपिक शल्य चिकित्सा के जरिए नेपाल की एक 32 वर्षीय महिला के पेट से एक विशाल मेसेंटेरिक ट्यूमर निकाला है। अस्पताल की आज यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि मरीज को अत्यधिक बढ़े हुए पेट में असहनीय दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परीक्षण करने पर उसके पेट में चार किलोग्राम और 40 सेंटीमीटर बड़ा एक विशाल ट्यूमर पाया गया।

सीके बिरला हॉस्पिटल में डॉ. अमित जावेद के नेतृत्व में चिकित्सकों के दल ने कीहोल लैप्रोस्कोपी तकनीकी के जरिए आंत को सुरक्षित रखते हुए ट्यूमर को काटकर बाहर निकाला। इस तरह का चीरा आम तौर से शिशु के जन्म के लिए सीज़ेरियन सेक्शन के दौरान लगाया जाता है। इस प्रक्रिया में पेट पर कोई निशान नहीं पड़ा और दर्द भी कम से कम होता है।

डॉ. जावेद ने कहा, “ ट्यूमर के बड़े आकार के कारण यह बहुत जटिल सर्जरी थी। ट्यूमर पेट की पूरी कैविटी में फैल गया था, जिसके कारण हमें लैप्रोस्कोपिक सर्जरी करने के लिए पेट में बहुत कम जगह मिली। इसके अलावा यह ट्यूमर बहुत बड़ा और भारी था जिसके कारण लैप्रोस्कोपिक विधि से इसे काटना और संभालना बहुत मुश्किल था। अब मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुकी है और सामान्य जीवन व्यतीत कर रही है। ”

मरीज ने कहा, “ जब मुझे अपनी हालत के बारे में पता चला तब मैं बहुत घबराई हुई थी। ट्यूमर के बड़े आकार के कारण काठमांडू और दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ अस्पताल भी सर्जरी करने के लिए तैयार नहीं थे। सीके बिरला अस्पताल में डॉक्टर अमित जावेद से मेरी मुलाकात हुई उन्होंने मुझे आश्वस्त किया कि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए ट्यूमर को कम से कम दर्द और निशान के साथ निकाला जा सकता

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