रेलकर्मियों की यूनियन ने किया, सेना में अग्निपथ भर्ती योजना का देशव्यापी विरोध

नयी दिल्ली, 29 जून,  केन्द्र सरकार के कर्मचारियों की सबसे बड़ी यूनियन ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन ने सेना में अग्निपथ भर्ती योजना को देश की सुरक्षा एवं युवाओं के रोज़गार के लिए प्रतिकूल करार दिया है और इसे वापस लिये जाने की मांग को लेकर बुधवार को देशभर में धरना एवं विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने बताया कि 16-17 जून को मुम्बई में आयोजित कार्य समिति की बैठक में लिये गये प्रस्ताव के अनुसार एआईआरएफ के आह्वान पर बुधवार को पूरे देश में भारतीय रेलवे पर संबद्ध यूनियनों ने शाखा स्तर से लेकर जोनल स्तर तक केन्द्र सरकार की ‘अल्पकालिक रोज़गार’ के तहत ‘अग्निपथ योजना’ के तहत सेना में भर्ती योजना का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित कर अपना रोष व्यक्त किया। श्री मिश्रा ने कहा कि इस योजना के विरोध में पूरे भारतीय रेलवे पर रेल कर्मचारियों के साथ भारी संख्या में युवाओं ने इस योजना का विरोध कर इसके खिलाफ अपना रोश व्यक्त किया।

श्री मिश्रा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने श्रमिक कानूनों को अनदेखा कर जो यह ‘अल्पकालिक रोज़गार योजना’ के तहत सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की है, यह युवाओं के लिए ही नहीं देश के लिए भी खतरनाक है। उन्होंने अंदेशा जताया कि कल को सरकार इसे अन्य विभागों के अलावा रेलवे में भी किसी न किसी तरीके से थोपने का काम करने की कोशिश कर सकती है जो सभी के लिए काफी घातक हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा की अनदेखी करेगी तो कर्मचारी कभी भी पूरे मनोयोग से काम नहीं कर पायेंगे। ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर युवाओं में काफी आक्रोश है, क्योंकि उनका भविष्य खतरे में है।

श्री मिश्रा ने कहा कि इस योजना से देश में ‘अल्पकालिक निश्चित रोज़गार नीति’ को बढ़ावा मिलेगा और जहां एक तरफ देश के सभी सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग कर रहे हैं, वहीं सरकार ऐसी योजनाओं द्वारा कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा को समाप्त कर देश के बेरोजगारों और कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। ‘अग्निपथ योजना‘ के अन्तर्गत भर्ती कोई भी युवा अपने दिल से काम करने की नहीं सोच सकेगा क्योंकि उसका अपना भविष्य ही खुद दांव पर लगा होगा। उन्होंने केन्द्र सरकार से अपील की कि देश की सुरक्षा औेर युवाओं के भविष्य को ध्यान मे रखते हुये ‘अग्निपथ योजना’ जो फिक्स टर्म इम्पलाइमेन्ट के अन्तर्गत भर्ती शुरू की गई है इस योजना को समाप्त कर पुरानी तरीके से सेना में भर्ती करने करने पर विचार करे। अगर देश को विकास के मार्ग पर ले जाना है तो सरकार को सुनियोजित तरीके से देश के युवाओं की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रोजगार देने का काम करना चाहिये।

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