मुठभेड़ में शहीद पुलिस जवानों के परिवारों को सरकार देगी एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि

भोपाल, 14 मई,  मध्य प्रदेश में गुना जिले के आरोन थानाक्षेत्र में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात पुलिस और शिकारियों के बीच मुठभेड़ में एक एसआई सहित तीन पुलिसकर्मियों के शहीद होने पर राज्य सरकार ने शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया है। इसकी घोषणा गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में देररात हुई पुलिस और शिकारियों के बीच भिडंत की घटना को लेकर सुबह निवास पर आपात उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा एवं सीएस, डीजीपी, एडीजी सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस बैठक में शामिल होने के बाद गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी है।

उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में सात शिकारी शामिल थे। उनमें से एक शिकारी पुलिस की गोलीबारी में मारा गया। गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसी कार्रवाई होगी, जो दूसरे अपराधियों के लिए नजीर बने। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। राज्य की पुलिस मुस्तैदी से जान की बाजी लगाकर अपने कर्तव्य निभा रही है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की रात करीब 12.30 बजे आरोन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि शहरोक गांव की पुलिया से आगे मौनवाड़ा के जंगल में शिकारियों द्वारा ब्लैक बग हिरण और मोर का शिकार किया गया है। इस पर थाने से एसआई राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीना सहित सात लोग दो चारपहिया वाहन और एक बाइक से जंगल की ओर रवाना हुए। इस दौरान पुलिस ने चार मोटरसाइकिल से आए दो-तीन शिकारियों को पकड़ लिया। लेकिन तभी पीछे से आए शिकारियों के अन्य साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से लगभग 50 से ज्यादा राउंड फायर किए गए। शिकारियों ने पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की।

इसमें तीन पुलिसकर्मियों में से सभी सात से आठ गोलियां लगने से मौके पर मौत हो गई, जबकि अन्य भाग निकले। आरोन के जंगलों में हुए इस कांड के बाद वन विभाग ने जांच शुरू कर दी है। गुना डीएफओ समेत पूरा स्टाफ पूरी तरह से इस समय सक्रिय दिखाई दे रहा है। वन बल प्रमुख आरके गुप्ता ने विभाग की जांच एजेंसियों को भी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। पुलिस की सरकारी जीप के निजी ड्राइवर के हाथ में गोली लगी है। जानकारी मिली है कि शिकारियों ने पुलिस की एक रायफल भी लूट ली है। पुलिस ने शहीद पुलिसकर्मियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

घटना में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को लेकर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र में 7-8 मोटरसाइकिल सवार बदमाशों की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया। जिस पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें पुलिस परिवार के जाबांज एसआई राजकुमार जाटव,हवलदार नीलेश भार्गव और सिपाही संतराम जी की मौत हो गई है। पुलिस ने घटनास्थल से से हिरण, मोर के शव भी बरामद किए हैं।

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