कीजिए अपने किचन का कायाकल्प किचन डैकोर से….

किचन यानी ऐसी जगह जहां महिलाओं का अधिकांश समय खाना बनाने व रसोई के अन्य काम करने में व्यतीत होता है। किचन को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखने के साथ उसकी खूबसूरती को बनाए रखना भी जरूरी है। किचन डैकोर के समय कुछ बातों को ध्यान में अवश्य रखें…

डिजाइन: किचन के डिजाइन को ध्यान में रखते हुए अगर उसे डैकोर किया जाए तो सुविधा के साथ-साथ किचन की खूबसूरती में भी चार चांद लग जाते हैं। एल-शेप किचन के डिजाइन छोटे व बड़े दोनों तरह के रसोई घर के लिए उपयुक्त होते हैं। इसमें दीवार पर एक प्लेटफार्म बनाया जाता है, जिसमें आवश्यकतानुसार कैबिनेट्स बनाए जाते हैं। अगर किचन में जगह कम है तो वन-वाल किचन डिजाइन बैस्ट होता है। इसमें दीवार के ऊपर एक प्लेटफार्म होता है, जिसमें ऊपर और नीचे रैक बनाए जाते हैं। इनमें आप बर्तन व रसोई का अन्य सामान एडजस्ट कर सकती हैं। यू-शेप किचन के लिए अधिक स्पेस की आवश्यकता होती है। इस शेप की किचन माडर्न लुक प्रदान करती है। इसमें बर्तन साफ करने और धो कर रखने के लिए सिंक, प्लेटफार्म, अवन, मिक्सर, क्रॉकरी, फ्रिज और गैस-चूल्हा रखने के लिए जगह बनाई जाती है। चाहें तो ऐसी किचन में छोटा-सा डाइनिंग एरिया भी बना सकती हैं।

 

ओपन किचन: यह कमरे के बीच में ही होता है। इसे कमरे के एक कोने में या सैंटर में भी बनाया जा सकता है। कमरे व किचन के बीच में मेजनुमा भारी मार्बल पत्थर लगाकर (ऊंचे मंच की तरह) उसे डाइनिंग टेबल की शेप दे दी जाती है और दूसरी तरफ यानी कमरे में बार-चेयर्स या स्टूल रखे जाते हैं। किचन के लिए टाइल्स चुनते समय कुछ बातों का ध्यान रखें:-

 

-हमेशा डार्क कलर की टाइल्स लगवाएं क्योंकि लाइट कलर की टाइल्स जल्दी मैली और फीकी नजर आने लगती हैं।

-छोटे किचन के लिए छोटी व बड़े किचन के लिए बड़ी टाइल्स ही खरीदें।

-यदि किचन को डिजाइनर लुक देना चाहती हैं तो फैशनेबल टाइल्स लगवाएं।

कलर सिलैक्शन: छोटे किचन के लिए हमेशा ब्राइट कलर प्रयोग में लाएं जैसे सफेद, क्रीम और लाइट यैलो। एक या दो रंगों से अधिक रंग इस्तेमाल न करें। किचन बड़ा है तो ब्राइट व डार्क दोनों तरह के रंग इस्तेमाल कर सकती हैं।

किचन डैकोरेशन टिप्स:-

-आमतौर पर किचन में अधिक रोशनी के लिए फ्लोरेसैंट लगाई जाती है लेकिन कुछ लोग स्पॉट लाइट भी लगवाते हैं।

-किचन में खिड़की के बाहर की तरफ शैल्फ बना कर उस पर गमलों में छोटा-सा किचन गार्डन बनाया जा सकता है।

-किचन-काऊंटर बनवाते समय उसकी मजबूती पर ध्यान अवश्य दें।

-किचन में बेकार की चीजों का ढेर न लगाएं क्योंकि बर्तन, अवन, डिशवाशर और सिंक आदि के लिए खुली जगह की आवश्यकता होती है।

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