डीटीसी के बेड़े में इस माह के अंत तक शामिल हो सकती हैं ई-बस

नई दिल्ली, 22 नवंबर,  दिल्ली में ई-बस से सफर का इंतजार इस माह खत्म हो सकता है। डीटीसी की ओर से खरीदी जा रही 300 ई-बस की पहली प्रोटोटाइप बस इस माह के अंत तक बेड़े में शामिल कर ली जाएगी। जिन दो बस कंपनियों टाटा और जेबीएम को बस आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है वह एक-एक बस अगले कुछ दिनों में दिल्ली को भेज देंगे। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि कोविड के चलते इसकी आपूर्ति में देरी हुई है। मगर, अब ये बसें कुछ दिनों में आनी शुरू हो जाएंगी। दिल्ली सरकार ने तय किया है अब वह दिल्ली की सड़कों पर ई-बस ही चलाएगी। बताते चलें कि दिल्ली सरकार ने डीटीसी में पहली 300 ई-बस खरीदने की निविदा जारी की थी। इसके लिए दो कंपनियों टाटा और जेबीएम को तय किया गया था।

इस साल के शुरूआत में ही दोनों कंपनियों को बस आपूर्ति के लिए एलओआई जारी कर दिया गया था। ई-बसों के आने का सिलिसिला अगस्त से शुरू होना था, मगर कोरोना की दूसरी लहर के चलते इसमें देरी होती चली गई। फिर अक्तूबर में बसें आनी थीं, मगर अभी तक एक भी बस नहीं आई है। अब सरकार का कहना है कि प्रोटोटाइप दो बसें जल्द ही आ जाएंगी। उसके अगले दो से तीन माह में सभी बसें सड़कों पर उतार दी जाएंगी। उधर, दिल्ली सरकार ने ई-बसों के लिए तीन बस डिपो रोहिणी, राजघाट और बाहरी दिल्ली में तैयार किए हैं। यहां पर डीटीसी की इन बसों को रखा जाएगा। बताते चलें कि परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत पहले ही कह चुके हैं कि दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में अब ई-बसों को ही शामिल किया जाएगा। यही वजह है कि बीते वर्ष डीटीसी में 300 ई-बस की सफल निविदा के बाद क्लस्टर स्कीम के तहत दो क्लस्टर में ई-बस के लिए निविदा जारी की गई है। वर्तमान में दिल्ली में डीटीसी के पास 3748 बसें और क्लस्टर स्कीम में 3033 बसें चल रही हैं।

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