लंबी उम्र का राज
-जसविंदर शर्मा-
जिस का डर था वही बात हो गई। हम न कहते थे कि ऐसे बदनउघाड़ु व सनसनीखेज करतब चुपचाप देखते रहो और आंखें तर करते रहो, ज्यादा होहल्ला न करो। मगर कुछ सिरफिरों ने पुलिस के पास गुहार की थी कि एक कोल्ड डिंरक ब्रैंड के प्रोमोशन के सिलसिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नायिका ने बेहद कम व उत्तेजक कपड़ों में और बहुत ही अश्लील मुद्राएं बनाते हुए यह नृत्य आइटम नंबर पेश किया था। ग्लैमरस और बिंदास छवि के बलबूते पर अपनी पहचान बनाने वाली नायिका इन दिनों बहुत गहरे सदमे में है। डिप्रैशन के दौर से गुजरते हुए उस ने ऐलान कर दिया है कि वह अब साड़ी पहन कर स्टेज शो किया करेगी।
अरे मियां, कोल्ड ड्रिंक को लोकप्रिय बनाने के लिए क्या रामायण का पाठ करवाया जाता। ऐसे बिंदास गाने सुन कर ही तो लोग मस्ती में झूमझूम कर ड्रिंक का आनंद उठाते हैं। देख नहीं रहे कि जब से टीवी पर सैक्स बढ़ा है तो देखने वालों की संख्या भी बढ़ी है। अध्यात्म वाले कार्यक्रम भी बहुत आते हैं और चटपटे कार्यक्रमों की भी भरमार है कि परिवार के साथ बैठ कर टीवी देखना मुश्किल होता जा रहा है। अब भारतीय पुलिस इतनी अनाड़ी भी नहीं कि शीलअश्लील का भेद न समझे। पुलिस ने अश्लील डांस करने का मामला दर्ज तो किया और साथ ही हीरोइन साहिबा को तलब किया। जनता को कुछ तो मीठी गोली देनी ही थी न। पुलिस जानती है कि अंदर से सभी चाहते हैं कि ऐसे कार्यक्रम खूब चलते रहें मगर बाहर से नैतिकता का मुलम्मा चढ़ाना भी जरूरी है।
नायिका ने कहा कि शो के दौरान उस ने एक लंबी स्कर्ट पहनी हुई थी जो पारदर्शी थी और उस का डांस भी शालीन था। पुलिस को यकीन आ गया और उस ने नायिका को चेतावनी दे कर छोड़ दिया। यह किस्सा है कोल्हापुर का मगर नांदेड़ में नायिका का डांस देखने वाली भीड़ पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। यही कारण है कि औरंगाबाद में शो को रोक दिया गया है। अब नायिका का कहना है, ‘नासिक में स्टेज पर लोग मुझे साड़ी में देखेंगे। साड़ी में भी मैं खूबसूरत ही दिखूंगी। यह उन लोगों के लिए सबक है जो समझते हैं कि मैं सिर्फ तंग और कम कपड़ों में ही अच्छी लगती हूं या स्टेज पर जा सकती हूं। अब लोग मुझे देख कर खुद ही अपने कपड़े फाड़ने लगें तो मैं क्या करूं?’
गालिब ने कितनी बेताबी से दिल पर हाथ रख कर कहा था, ‘हाय उस चार गिरह कपड़े की किस्मत गालिब, जिस की किस्मत में हो महबूब का गिरेबां होना।’ तब माशूक के गिरेबान में झांकने के लिए कितना सब्र करना पड़ता था। इतना ढांप कर रखती थी महिलाएं अपनेआप को कि तंग आ कर भरी जवानी में ही संन्यास लेने का मन करता होगा। अब वक्त ने करवट बदली थी। फैशन के नाम पर ही सही, औरतें कुछ बिंदास लहजे में आई ही थीं कि नैतिकता का मामला खड़ा हो गया। समाज को आगे बढ़ने दो मियां। फैशन शो के दौरान मौडलों के वस्त्र फिसलने की बढ़ती तथाकथित शर्मनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठाने पर विचार कर रही है। इस के तहत फैशन मौडलों के लिए रैंप पर शो के दौरान अंडरगारमैंट आदि पहनने की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाएगी। सरकारी अफसरमौडलों को पहले चैक करेंगे और उस के बाद वे रैंप पर उतारी जाएंगी। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय इस बाबत प्राप्त सुझावों पर विचार कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। बहुत से लोगों को पता ही होगा कि फैशन वीक के दौरान रैंप पर मौडल के कपड़े फिसलने से खासा विवाद खड़ा हो गया था।
राज्यसभा में नैशनल फैशन टैक्नोलौजी इंस्ट्टियूट विधेयक पर चर्चा के दौरान फैशन शो में मौडलों के कपड़े फिसलने का मामला जोरशोर से उठा। सदस्यों का मत था कि ऐसा जानबूझ कर किया गया ताकि फैशन शो पब्लिसिटी हासिल कर सके। सब का एकमत था कि इस पर रोक लगनी चाहिए। एक सदस्य ने भोलेपन से कहा कि उस ने कई ऐसे फैशन शो देखे हैं और कई शो वाकई अच्छे भी हैं। कुछ सदस्य बोले कि चिंता की बात तो यह है कि आज के डिजाइनर जो परिधान तैयार कर रहे हैं उन में कपड़ों का आकार घटता जा रहा है। सदन के बुजुर्ग सदस्य इस बात पर एकमत थे कि डिजाइनरों को ऐसे सुझाव दिए जाएं कि वे ऐसे परिधान तैयार करें जिस में कपड़ों की खपत अधिक हो। गालिब चचा ने कहा था, ‘चंद तसवीरें बुतां, चंद हसीनों के खतूत, बाद मरने के ये सामान मेरे घर से निकला।’ उन दिनों छापाखाना इतना विकसित नहीं हुआ था कि हसीनों के बड़े स्केल पर सुंदर चित्र उपलब्ध होते। तभी तो गालिब साहब इतनी लंबी उम्र जी कर हसीन महिलाओं की चंद तसवीरें ही जमा कर पाए।
च्यवनऋषि से ले कर हकीम लुकमान तक हार गए मगर लंबी उम्र जीने का राज एक राज ही बना रहा। अखबार की ताजा खबर है कि आखिर लंबी उम्र जीने का राज पता चल ही गया। दुनियाभर के वैज्ञानिक भले ही लंबी उम्र का राज ढूंढ़ने में दिनरात जुटे हुए हैं मगर चीन के 94 वर्षीय हुआंग चुनेई की मानें तो सुंदर महिलाओं की तसवीरें देखने से लोगों की आयु बढ़ सकती है। इन महाशय का कहना है कि हर रोज आकर्षक महिलाओं की कामुक तसवीरें देखने से उन की उम्र लंबी हो गई है। आज से 20 साल पहले हुआंग बाबू नौकरी से रिटायर हुए थे। अब कोई खास काम तो था नहीं। अच्छीखासी पैंशन मिलती थी। उन्होंने सुंदर महिलाओं की तसवीरें एकत्र करनी शुरू कर दीं। उन का कहना है कि उन के पास आकर्षक महिलाओं की 1 लाख से ज्यादा तसवीरें हैं जो अपनेआप में एक रिकौर्ड है। मनोवैज्ञानिक उन्हें रोगी कह सकते हैं मगर इन तसवीरों को देख कर उन्हें अजीब किस्म का नशा हो जाता है। हर रोज हुआंग साहब घंटों इन तसवीरों को देखते हैं। इस से उन की देखने और सुनने की क्षमता जस की तस बनी हुई है।
उन की पसंदीदा महिलाओं में ताइवान की मशहूर मौडल लिन और हौलीवुड की सैक्सी ऐक्ट्रैस कैमरून डियाज हैं। बौलीवुड की सैक्स क्वीन मल्लिका शेरावत की हसीन तसवीर उन की एलबम में नहीं है, इस का उन्हें अफसोस है। हुआंग चुनेई अगर भारत में यह राज खोलते तो उन के बेटों को शर्म आती और वे बयान देते कि बूढ़ा इस उम्र में सनकी और ठरकी हो गया है। मगर चीन में हुआंग के बेटों को अपने आशिकमिजाज पिता पर नाज है जो देर रात तक दिलकश महिलाओं की तसवीरों की कटिंग करते रहते हैं। किसी बड़े फिल्मी समारोह के दौरान वे सबकुछ भूल कर टैलीविजन से चिपक जाते हैं। हुआंग का कहना है कि उन के बाद उन के बेटे और पोते इन तसवीरों को देखेंगे। अभी हाल में एक इंटरनैट कंपनी ने यह राज खोला है कि इंटरनैट के प्रयोग में भारत के लोग केवल सैक्सी साइट्स ही खंगालते हैं जबकि विदेशी अध्यात्म से संबंधित सामग्री इंटरनैट पर ढूंढ़ते हैं।
बाहर के लोग सैक्स से उकता चुके हैं जबकि दक्षिण एशिया के लोगों को हसीन नजारे देखने का मौका अभीअभी ही मिला है। हुआंग इस हसीन शौक के अकेले रसिया नहीं हैं। उन के करोड़ों हमखयाल भारत में बसते हैं।