किशोरी से दो भाइयों ने किया गैंगरेप, हत्या कर शव को डाला भट्टी में, न जलने पर तालाब में फेंका

भीलवाड़ा, भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थानाक्षेत्र में दो अगस्त को पन्द्रह साल की किशोरी से दो भाइयों ने दिनदहाड़े दुष्कर्म किया। मामले के खुलने पर पकड़े जाने के डर से युवकों ने उसकी हत्या कर दी और शव को धधकती कोयला भट्टी में डालकर भट्टी को बंद कर दिया। साढ़े पांच घंटे बाद जब भट्टी खोली तब तक आधा शव ही जला।

यह देखकर कातिल घबरा गये और शव को भट्टी से निकाल कर प्लास्टिक के थैले में भरने के बाद वारदात स्थल से करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर एक फार्म में स्थित तालाब में डाल दिया गया। आधे जले शव को पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही से देर रात बरामद कर लिया। खास बात यह है कि इस पूरी वारदात में दस आरोपित शामिल थे। इनमें से पांच पुरुष, एक नाबालिग और चार महिलाएं शामिल हैं। चार आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। नाबालिग निरुद्ध हो चुका है जबकि चारों महिलाओं को डिटेन कर लिया गया। इनमें दो महिलाएं आरोपितों की पत्नियां, एक मां आदि है। महिलाओं ने सबूत मिटाने में आरोपितों का साथ दिया।

यह खुलासा भीलवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में किया। सिद्धू ने बताया कि 2 अगस्त को कोटड़ी थाना क्षेत्र की यह किशोरी बकरियां चराने अपने खेत की ओर गई थी। जहां खेत के पास ही भट्टियों में कोयला बनाने वाले तस्वारिया निवासी कान्हा (21) व इसके भाई कालू (25) पुत्र रंगलाल ने इस नाबालिग से रेप किया।
बाद में उसके सिर पर चोट मारने से उसकी मौत हो गयी। इसके बाद आरोपितों ने मिलकर किशोरी की बॉडी कोयला भट्टी में झोंक दी और भट्टी में बंद कर दिया। रात करीब 11 बजे आरोपितों ने ये देखने के लिए भट्टी को खोला कि शव जल चुका है या नहीं। भट्टी खोलने पर शव आधा जला दिखा। यह देखकर आरोपित सकते में आ गये।

घबराये आरोपितों ने सबूत मिटाने के लिए भट्टी से शव के बचे अवशेष बाहर निकाले और थैले में भरकर वारदात स्थल से करीब 300 मीटर दूर एक फार्म के तालाब में डाल आये। उधर, परिवार के लोग किशोरी के घर नहीं लौटने पर उसकी तलाश करते हुए खेत की ओर पहुंचे, जहां उन्हें किशोरी की चप्पल मिली। इससे परिजनों को यह पुख्ता हो गया कि लड़की यहां आई थी। इसके बाद उन्हें जब कोयला भट्टी जलती हुई और खुली दिखाई दी तो वे भट्टी के पास पहुंचे और उसमें लकड़ी डाली तो किशोरी का चांदी का कड़ा और हड्डियां मिल गई। यह देखकर परिजनों ने कोयला बनाने वालों से पूछताछ की तो वे कोई संतोष प्रद जवाब नहीं दे पाये। ऐसे में पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।

गुरुवार रात चार आरोपितों कान्हा, कालू के साथ ही पालसा निवार्सी संजय (28) पुत्र प्रभु व अरवड़ निवासी पप्पू पुत्र अमरनाथ उर्फ अमरा को गिरफ्तार कर लिया गया था। आज एक बाल अपचारी को निरुद्ध कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस पूरी वारदात में 10 लोग शामिल थे। इनमें 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं। चारों महिलाओं को डिटेन कर लिया गया। शेष की तलाश जारी है। इस बीच, फार्म पोंड से किशोरी के शरीर के अधजले अवशेष भी देर रात गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही से बरामद कर लिये गये।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिलाओं ने शव को ठिकाने लगाने एवं सबूत मिटाने में आरोपितों का सहयोग किया था। इस प्रेस वार्ता के दौरान जिला कलेक्टर आशीष मोदी भी मौजूद थे। जब भट्टी में डाला गया, तब किशोरी जीवित थी या मृत, जांच से पता चलेगा: पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गैंगरेप के बाद किशोरी को जब भट्टी में डाला गया, तब वह जीवित थी या मृत। इसे लेकर बरामद अवशेष की एफएसएल व डीएनए जांच करवा जायेगी। आरोपितों के शरीर पर भी हैं जलने के निशान: शव को भट्टी से निकालने के दौरान आरोपितों के हाथ भी जले हैं। इनके हाथों पर जलने के निशान होने की बात भी सामने आई है। शव को ठिकाने लगाने परिवार के सदस्यों को बुलाया: पुलिस अधीक्षक ने बताया कि किशोरी के साथ रेप एवं हत्या की घटना शाम चार बजे हो चुकी थी। इसके बाद आरोपितों ने साढ़े पांच बजे सूचना देकर शाहपुरा क्षेत्र से परिजनों को बुलाया। परिजन आये, इसके बाद शव को ठिकाने लगाया गया। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।

बड़ी से बड़ी सजा मिले, करेंगे प्रयास: पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड के आरोपितों को बड़ी से बड़ी सजा यानि फांसी मिले, इसके लिए पुलिस भरसक प्रयास करेंगी। इसके लिए केस की सुनवाई भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाई जाएगी। ड्यूटी आॅफिसर को निलंबित किया, अब कोई दोषी सामने आया तो होगी कार्रवाई: पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि घटना के दिन कोटड़ी में ड्यूटी पर तैनात एएसआई लियाकत को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस की लापरवाही की जांच करवा रहे हैं। अगर और कोई दोषी पुलिसकर्मी सामने आया तो कार्रवाई करेंगे।

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