दंगा मुक्त,भेदभाव मुक्त भारत सम्मेलन और पत्रकार सम्मान समारोह संपन्न

पत्रकार सही दिशा में काम करें वर्ना मुल्क बिखर जाएगा : राशिदा बख्त

हिंदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में गांधी शांति प्रतिष्ठान नई दिल्ली में पत्रकारों और समाजसेवियों को किया गया सम्मानित।

नई दिल्ली  (अनवार अहमद नूर) राष्ट्रीय हिंदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में गांधी शांति प्रतिष्ठान नई दिल्ली में पत्रकारों सहित समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। दंगा मुक्त,भेदभाव मुक्त भारत सम्मेलन और पत्रकार सम्मान समारोह के आयोजनकर्ता ऑल इंडिया हुमन राइट्स एसोसिएशन और ऑल इंडिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा थे। समारोह का सफल संचालन हाफ़िज़ गुलाम सरवर ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती राशिदा बख्त डायरेक्टर (दूरदर्शन न्यूज़) और हज़रत मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी (ख़तीब जामा मस्जिद पार्लियामेंट,दिल्ली), डॉ एम यू दुआ (चेयरमैन एनजीए) और पूर्व सांसद डॉ उदित राज रहे।
मुख्य अतिथियों के कर कमलों द्वारा मीडियाकर्मियों – पत्रकारों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर लगभग 140 मीडियाकर्मी मोजूद रहे। जिनमें अधिकांश को सम्मानित किया गया। सोशल मीडिया और यूट्यूबर भी सम्मानित हुए। इस समारोह में मीडिया की प्रमुख हस्तियां – वेबवार्ता न्यूज़ एजेंसी के डायरेक्टर सईद अहमद, जर्नलिज्म टुडे के संपादक जावेद रहमानी,राब्ता टाइम्स के संपादक इक़बाल ख़ान, एशियन पत्रिका के संपादक इमरान कलीम, वरिष्ठ पत्रकार एवं उप संपादक अनवार अहमद नूर, सर्वांगीण की संपादिका डॉ इन्दिरा मिश्रा,भारत न्यूज़ के नफ़ीस सलमानी, के अलावा पत्रकार अब्दुल रशीद,शान मोहम्मद, शकील सैफी,अनवर अहमद क़ासमी, मोहम्मद सलीम इदरीसी, रानी खान, फारूख मंसूरी, कपिल ढाका, रिज़वान ख़ान, नौशाद अंसारी,रेनू चौहान, मौजूद रहे।
इस अवसर पर डॉ एम यू दुआ ने कहा कि पत्रकार ख़ास कर छोटे छोटे यू ट्यूबर समाज को दशा और दिशा दे रहे हैं। यही मीडिया आज सैकुलरिज़्म को ज़िन्दा रखे हुए हैं। सोशल मीडिया जान पर खेलकर रिपोर्टिंग कर रहे हैं इनकी आवाज़ उठाने वाला कोई नहीं है। मुख्य अतिथि श्रीमती राशिदा बख्त डायरेक्टर दूरदर्शन न्यूज़ ने गोदी मीडिया जैसे पत्रकारों के लिए यह शेर कहते हुए कि, जब सी ही लिया हमने हया अपने लबों को, फिर हक बयानी और वफा कौन करेगा-?  सोशल मीडिया के पत्रकारों की प्रशंसा की और कहा कि सोशल मीडिया से ही सच्चाई सामने आ रही है और समारोह में इनको सम्मानित करने का बड़ा काम है।
इन पत्रकारों की समस्याओं को समझकर उनके समाधान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पत्रकार सही दिशा में काम करें वरना यह मुल्क बिखर जाएगा। डॉ उदित राज ने सत्ताधारियों को दंगे का दोषी और संरक्षण देने वाला बताते हुए कहा कि सरकार जब इनके हाथ में है तो फिर तंत्र का दुरूपयोग किया जाता है।
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