कंझावला मामले में सातवें आरोपी ने आत्मसमर्पण किया

नयी दिल्ली 06 जनवरी,  दिल्ली पुलिस ने कंझावला कांड के सातवें आरोपी को शुक्रवार को सुल्तानपुरी थाने में आत्मसमर्पण करने के बाद हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस ने सातवें आरोपी का नाम अंकुश बताया है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने दावा किया कि छठे आरोपी आशुतोष को पुलिस को झूठी सूचना देने के लिए गिरफ्तार किया गया।

श्री हुड्डा ने कहा कि पुलिस के पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि दीपक जिसने कार चलाने का दावा किया था, लेकिन कार अमित चला रहा था, जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। उन्होंने कहा कि अब तक की गई जांच और कॉल डिटेल के अनुसार मृतक और चश्मदीद का आरोपियों से कोई संबंध नहीं था। पुलिस ने कहा कि निधि का 164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज किया गया है। श्री हुड्डा ने पहले कहा था कि हत्या का मामला अभी तक नहीं बना है क्योंकि हत्या के लिए एक मकसद की जरूरत है लेकिन अब तक की जांच में कोई मकसद नहीं मिला है।

पुलिस ने कहा कि मामले की चश्मदीद गवाह निधि को आज जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था। इससे पहले श्री हुड्डा ने कहा कि 18 टीमें सभी पहलुओं पर मामले की जांच कर रही हैं। टीमों ने घटनास्थल का मुआयना किया है और पोस्टमार्टम किया गया है। पांच आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और पूछताछ जारी है और जो भी नए सुराग सामने आए हैं, उनकी पुष्टि की जा रही है।’

पुलिस ने कहा कि पीड़िता का पोस्टमॉर्टम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी), नयी दिल्ली में तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, मृत्यु का कारण सिर, रीढ़, बाएं फीमर, दोनों निचले अंगों में एंटीमोरम चोट के परिणामस्वरूप सदमा और रक्तस्राव था। चोटें संभावित वाहन दुर्घटना और घसीटने से आई थीं। साथ ही, रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन हमले की कोई चोट नहीं है। News Source : News Agency (Webvarta)

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