बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम से 2024 में परिवर्तन की आहट- भूपेश

रायपुर 10 आगस्त, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम को 2024 के लोकसभा चुनावों में परिवर्तन की आहट बताते हुए कहा कि राजनीतिक रूप से जागरूक इस राज्य से ही बदलाव की बयार उठती हैं। श्री बघेल ने आज झारखंड की राजधानी रांची के लिए रवाना होने से पूर्व यहां माना विमानतल पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार की आबोहवा में राजनीति हैं और अगर वहां बदलाव हुआ है तो निश्चित रूप से इसका असर 2024 में होगा। उन्होने आठवीं बार मुख्यमंत्री बनने पर श्री नीतीश कुमार को एवं दूसरी बार उप मुख्यमंत्री बनने पर तेजस्वी यादव को बधाई भी दी।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए में शामिल दलों में भाजपा के प्रति भारी अविश्वास हैं। इस कारण ही उनके सबसे विश्वसनीय साथी अकाली दल ने साथ छोड़ा फिर शिवसेना ने उन्हे अलविदा कहा अब एक और विश्वसनीय साथी जनता दल यूनाईटेड ने उनका साथ छोड़ दिया। शिवसेना ने विश्वासघात के चलते साथ छोड़ा तो जनता दल यूनाईटेड ने विश्वासघात का आभास होते ही साथ छोड़ दिया। उन्होने आरोप लगाया कि भाजपा अपने सहयोगी दलों को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।

प्रदेश भाजपा में बदलाव एवं जातीय सन्तुलन को साधने की कोशिशों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अभी वह बहुत सारे प्रयोग करेंगे। उन्होने कहा कि प्रदेश भाजपा में जो अन्तर्कलह मची हुई है उसको दबाने की कोशिश हो रही है लेकिन वह थमने वाली नही हैं। उन्होने विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष को हटाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह काम एक दो दिन बाद भी हो सकता था।

गोमूत्र खरीद को लेकर भाजपा द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गोमूत्र की खरीद शुरू की गई है। यह खरीद वहीं हो रही है जहां लोगो ने दवा एवं खाद बनाने का प्रशिक्षण ले लिया है।उन्होने कहा कि भाजपा ने गोधन योजना भी राज्य में जब शुरू हुई थी उसका उपहास उड़ाया था लेकिन बाद में उसके शासित राज्य भी उसे शुरू करने जा रहे है।

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