संतोष ट्रॉफी विजेता केरल को एक करोड़ रुपये का पुरस्का

कोच्चि, 06 मई,  वीपीएस हेल्थकेयर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. शमशीर वायलिल द्वारा आयोजित केरल फुटबॉल टीम के सम्मान समारोह के दौरान फुटबॉल खिलाड़ियों की तीन पीढ़ियों को एक साथ देखना एक अविश्वसनीय क्षण था। एनआरआई उद्यमी शमशीर वायलिल ने एक छत के नीचे जुटे तमाम फुटबाल दिग्गजों की मौजूदगी में संतोष ट्रॉफी विजेता टीम को एक करोड़ रुपये का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की।

यह आयोजन राज्य के पुराने और नए दोनों तरह के बेहतरीन फुटबॉलरों का एक आनंदमय पुनर्मिलन था, जिन्होंने केरल फुटबॉल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। पूर्व संतोष ट्रॉफी विजेता कप्तान – कुरिकेश मैथ्यू (1993), वी. शिवकुमार (2001), सिल्वेस्टर इग्नाटियस (2004), राहुल देव (2018) – और अन्य दिग्गज खिलाड़ी, जिनमें आईएम विजयन, जो पॉल एंचेरी और आसिफ साहिर शामिल हैं, ने इस आयोजन की शोभा बढ़ाई।

पूर्व संतोष ट्रॉफी विजेता कप्तान दिवंगत वीपी सत्यन की पत्नी अनीता सत्यन और पूर्व फुटबॉल कोच टी.ए. जाफर और एम. पीतांबरन भी इस अवसर पर मौजूद थे। 1973 के चैंपियनशिप विजेता कप्तान दिवंगत टी.के.एस मणि के परिवार के सदस्य, जो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, ने सभी को अपनी शुभकामनाएं दीं।

वीपीएस हेल्थकेयर इंडिया हेड हाफिज अली उल्लत और वीपीएस हेल्थकेयर कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस और सीएसआर हेड डॉ. राजीव मंगोटिल द्वारा विजेताओं को 1 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर केरल के कप्तान जिजो जोसफ ने कहा, “हमने इस इवेंट के लिए खूब मेहनत की थी। हमारे मुख्य कोच और अन्य कोचिंग स्टाफ को उनके निरंतर मेहनत और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद। मुझे लगता है कि खेलों में निस्वार्थ रुचि से ऐसे परिणाम सामने आते हैं। इससे देश में खेलों का विकास होता है।” साथ ही जोसफ ने फाइनल से पहले एक करोड़ रुपये के पुरस्कार की आश्चर्यजनक घोषणा के लिए डॉ. शमशीर को धन्यवाद दिया।

विजयन को विजेता टीम का अभिवादन करते देखना सुखद रहा। संतोष ट्रॉफी में केरल और पश्चिम बंगाल के लिए खेलने वाले और भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले दिग्गज ने कहा, “हमें खुशी है कि डॉ शमशीर ने हमें अनुभवी खिलाड़ियों और कोचों का सम्मान किया है। मुझे नहीं लगता कि ऐसा पहले कभी हुआ है। इससे मुझे गर्व महसूस होता है।” भावुक विजयन ने उद्यमी से केरल में जमीनी स्तर पर एक अकादमी शुरू करने का भी अनुरोध किया।

पूरे टूर्नामेंट में केरल के लिए गोल करने वाले खिलाड़ियों को भी 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. शमशीर के अनुसार, खिलाड़ियों के योगदान को स्वीकार करने से उन्हें और अधिक हासिल करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा, “खिलाड़ियों की मेहनत को पहचानना और उसका सम्मान करना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। जीत एक दिन में नहीं होती। सभी सात खिताब जीतने वाले खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की। मेरा मानना है कि यह मिलन उन प्रयासों का दस्तावेजीकरण करेगा और राज्य में फुटबॉल के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखेगा।“

टीम के मुख्य कोच बीनो जॉर्ज ने कहा, ”मैं डॉ. शमशीर को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे फुटबॉल के दिग्गजों के साथ मंच साझा करने का मौका दिया। यह पुरस्कार राशि एक प्रेरणा है, और मुझे यकीन है कि इस तरह के समर्थन और सहयोग से अधिक से अधिक लोग खेल में आएंगे। ” संगठन ने पूर्व कोचों और कप्तानों को भी स्मृति चिन्ह और विशेष उपहारों से सम्मानित किया।

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