होगा विकास तभी

 

-डॉ. रामनिवास ‘मानव’-

 

बच्चों, पढ़ना बहुत ज़रूरी।

पर उतना ही खेल ज़रूरी।

ताल-मेल दोनों में होगा,

होगा व्यक्तित्व-विकास तभी।

देश-देश का ज्ञान ज़रूरी,

और बड़ा विज्ञान ज़रूरी।

ज्ञान और विज्ञान मिलेंगे,

होगा व्यक्तित्व-विकास तभी।

अधिकार-कत्र्तव्य को जानो।

जीवन-मंजिल को पहचानो।

जीवन क्या है? जब समझोगे,

होगा व्यक्तित्व-विकास तभी।

खेल-कूद को जीवन समझो,

और काम को पूजन समझो।

काम-काज की आदत डालो,

होगा व्यक्तित्व-विकास तभी।

 

(साभार: रचनाकार)

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