विदेशी पर्यटको के आर्कषण का केन्द्र बना इटावा लाइन सफारी पार्क

इटावा, 26 सितंबर । चंबल की बदनाम छवि बदलने के इरादे से उत्तर प्रदेश के इटावा में स्थापित लायन सफारी पार्क विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है । दुनिया के सातवें अजूबे के तौर पर विख्यात आगरा के ताजमहल निहारने आने वाले विदेशी पर्यटक इटावा सफारी आ कर अपने आप को गौराविंत महसूस करते है । 25 नंबवर 2019 को शुभारंभ के बाद लगातार देशी-विदेशी पर्यटको के इटावाआने का सिलसिला लगातार चल रहा है । गत 26 नंबवर को जर्मन युगल आये और उसके बाद तीन जापानी पर्यटको की आमद ने सफारी की लोकप्रियता को बढ़ाया, लेकिन 11 सितंबर को एक साथ 21 अमरीकी पर्यटको ने सफारी प्रबंधन को गदगद कर दिया ।

इस सफारी में अब तक कुल 27 विदेशी पर्यटक भ्रमण कर चुके है । इटावा सफारी पार्क की लोक प्रियता लगातार बढ़ रही है। इसके चलते विदेशी लोग भी यहां आ रहे हैं । विदेशी पर्यटक भालू सफारी, हिरण सफारी तथा एंटीलोप सफारी देख कर बेहद खुश होते है । गौरतलब है कि सपा सरकार में बने इटावा सफारी पार्क का उद्धघाटन एक जून 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था ,लेकिन आम पर्यटकों के लिए 25 नम्वबर 2019 को शुभारंभ किया गया था। चंबल के बीहड में स्थापित इस सफारी की लोक प्रियता लगातार बढ़ रही है और देशी पर्यटको के साथ साथ विदेशी पर्यटक सफारी में वन्य जीवों का दीदार करने पहुंच रहे है । विश्व स्वास्थ्य संगठन के नई दिल्ली मुख्यालय मे कार्यरत विक्टर डेल, एमिया फोकेश तथा जूलिया डेल इटावा सफारी पार्क पहुंचे । सफारी के अधिकारियों ने पर्यटकों को सफारी के साथ ही इको पर्यटन केंद्र भी दिखाया जिसकी इन लोगों ने मुक्त कंठ से सराहना की। सफारी पहुंचने पर इन पर्यटकों ने भालू सफारी, हिरण सफारी तथा एंटीलोप सफारी देखी। पयर्टको ने इटावा सफारी पार्क की बनावट के साथ ही यह की भौगोलिक स्थिति को भी सराहा और कहा कि यह बिल्कुल जंगल में होने का एहसास कराने वाला है ।

 

वन्यजीवों को देखकर भी लोग काफी प्रसन्न नजर आए । पिछले दिनो अमेरिकी दूतावास के कर्मचारी अपने परिवार के साथ सफारी पार्क देखने आये ,इन 21 विदेशी सैलानियों में 11 पुरूष और दस महिलाये शामिल थी । 71 साल के डा.फ्रेजीयर के सरंक्षण मे इटावा सफारी भ्रमण करने के बाद उन्होने विजटर बुक मे सफारी के निर्माण से लेकर व्यवस्था के साथ साथ बेहतर प्रबंधन के बारे मे शानदार शब्दो को उल्लेख करते हुए पर्यटको को सफारी आने के लिए संदेश भी दिया। सैलानी सफारी पार्क की भव्यता से काफी खुश थे। पर्यटको का कहना था कि यहां आकर ऐसा लगता है कि हम अफ्रीका की सफारी में हैं और ग्रीनरी यहॉ बहुत है ,प्रदूषण भी नहीं है । इस बीच इटावा सफारी पार्क के उप निदेशक अरुण कुमार सिंह का कहना है कि आगरा के करीब होने के कारण इटावा सफारी पार्क का महत्व अपने आप में बढ़ा है। सफारी पार्क का आकर्षण पर्यटकों के लिए लगातार बढ़ रहा है।

 

इटावा सफारी पार्क अपने आप में इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एशिया का एकमात्र ब्रीडिंग सेंटर है जिसके जरिए एशियाटिक शेरों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है। फिलहाल इटावा सफारी पार्क में 18 शेर है इनमें से नौ अकेले इस सफारी पार्क में ही पैदा हुए हैं। तीन भालू भी यहां पर है लेकिन आगरा से एक दर्जन के आसपास भालुओं को लाया जाना है। कुख्यात डाकुओं की शरणस्थली के रूप में बदनाम रही चंबल घाटी को पर्यटकों के लिए आबाद करने की मंशा के तहत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने 2003 में इस प्रोजेक्ट की शुरूआत कराई थी ,लेकिन 2007 में प्रदेश में मायावती ने सत्ता में आते ही इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उसके बाद इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई।

 

रूपरेखा का ही नतीजा आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है । सामजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रॉजेक्ट इटावा सफारी पार्क का निर्माण मई 2012 में शुरू हुआ था। यह करीब 350 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई थी और आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है।

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