जागरूकता ही स्वस्थ जीवन का आधार है

भारती देवी पुंछ, जम्मूनई नई तकनीकों ने केवल इंसान की ज़िंदगी को ही नहीं बदला है बल्कि उसके रहन सहन और खानपान के तौर तरीकों को भी पूरी तरह से बदल दिया है. इस बदलाव ने मनुष्य के शरीर को बीमारियों का घर बना दिया है. आजकल एक के बाद एक ऐसी…
Read More...

कब होगा दहेज मुक्त समाज?

तनुजा भंडारीगरुड़, उत्तराखंड आज़ादी के 75 साल में देश में बहुत कुछ बदलाव आ चुका है. कृषि से लेकर तकनीक तक के मामले में हम न केवल आत्मनिर्भर बन चुके हैं बल्कि दुनिया का मार्गदर्शन भी करने लगे हैं. इतने वर्षों में यदि कुछ नहीं बदला है तो वह…
Read More...

बदल रहा है पीर पंजाल में पर्यटन का दौर

सैयद अनीस उल हक पुंछ, जम्मू जब भी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन की बात आती है तो लोगों के दिल और दिमाग में एकमात्र नाम कश्मीर की वादियों का आता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि कश्मीर को कुदरत ने अपने हाथों से संवारा है. लेकिन बहुत कम…
Read More...

शहरों की तरफ पलायन करता गांव

तानिया चोरसो, उत्तराखंडआज़ादी के अमृतकाल में सभी नागरिकों तक पीने का साफ़ पानी और शौचालय जैसी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रयासरत हैं. देश के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र जो बरसों से बुनियादी सुविधाओं के अभाव…
Read More...

सरकारी स्कूलों में लड़कियों का बढ़ता नामांकन

सपना कुमारी मुजफ्फरपुर, बिहारजीवन में सफलता प्राप्त करने और कुछ अलग करने के लिए शिक्षा अर्जित करना सभी के लिए महत्वपूर्ण है. यह स्त्री एवं पुरुषों दोनों के लिए समान रूप से जरूरी है, क्योंकि शिक्षा जीवन के कठिन समय…
Read More...

सब्जी उत्पादन से सालाना लाखों कमाता किसान

फूलदेव पटेल मुजफ्फरपुर, बिहार आधुनिक समय में नौकरी को उत्तम मानने वाली युवा पीढ़ियों के लिए खेतीबाड़ी सबसे निकृष्ट कार्य समझा जाता है, जबकि कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कृषि का योगदान इस बार बेहतर रहा…
Read More...

 घोर संक्रमणकाल से गुजरता भारतीय मीडिया

-तनवीर जाफरी- विपक्षी गठबंधन '"इंडिया" ने आखिरकार सत्ता के साम्प्रदायिक एजेंडे को हर समय अपने चैनल्स पर चलाने वाले उन 14 टीवी एंकरों की एक सूची जारी कर ही डाली। अब इनके विद्वेषपूर्ण कार्यक्रमों में 'इंडिया' का कोई नुमाइंदा शामिल नहीं होगा।…
Read More...

50 देश के करोड़ों लोगों की आबादी पर अकाल और भुखमरी का संकट

-सनत जैन- दुनिया भर के देशों में रिकॉर्ड स्तर पर भुखमरी का सामना करने वाले देश की संख्या बढ़कर 50 के आसपास पहुंच गई है। एशिया के अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान जैसे देश गंभीर खाद्य संकट के उच्चस्तर पर पहुंच चुके हैं। यदि इसमें…
Read More...

पत्रकारिता में विश्वास बहाल करना: नैतिक पत्रकारों की जिम्मेदारी!

पत्रकारिता, जिसे अक्सर चौथी संपत्ति के रूप में जाना जाता है, सूचना प्रसारित करने, सच्चाई को उजागर करने और सत्ता में बैठे लोगों को जवाबदेह बनाकर दुनिया भर के लोकतंत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालाँकि, इस महान पेशे की प्रतिष्ठा हाल…
Read More...

महिला कुली के रूप में आत्मनिर्भर दुर्गा

पूजा यादव भोपाल, मप्र देश में ऐसे कई अवसर आए हैं जब महिलाओं ने अपने हौसले और संघर्ष से आत्मनिर्भरता की अनोखी दास्तान लिख दी है. फिर चाहे वह आदित्य L1 की प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर उनकी भूमिका हो या फिर एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर के रूप…
Read More...