कहर दोनों का यूं जारी है
हरीश कुमार
पुंछ, जम्मूचले लहरें तूफानों की,
अम्बर में धामनी कड़क रही है।
कहर दोनों का यूं जारी है।
मानों मानव से हिसाब की बारी है।।दरिया-नाले सब उफानो पर,
भूस्खलन भी जारी है।
कहर दोनों का यूं जारी है।
मानों मानव से हिसाब की…
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