ऑल पत्रकार एसोसिएशन यमुनापार दिल्ली ने राजधानी में मनाया पत्रकारिता दिवस और प्रदान किए शील्ड और सम्मानपत्र
पत्रकार को सच का पक्षधर होना चाहिए : एडीएम पुनीत पटेल
नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) पत्रकारिता दिवस पर राजधानी दिल्ली के आईटीओ क्षेत्र में एवाने ग़ालिब सभागार में
ऑल पत्रकार एसोसिएशन यमुनापार दिल्ली ने एक शानदार आयोजन करके पत्रकारों, समाजसेवियों और राजनीतिज्ञों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली के कई बड़े अधिकारी, राजनीतिज्ञ, पत्रकार और चिकित्सक शामिल रहे। समारोह का संचालन दानिश अय्यूबी ने किया। मुख्य अतिथियों में एडीएम पुनीत पटेल, एसडीएम करावलनगर संजय सोंधी, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ज़ाकिर खान, दिल्ली एमसीडी के डिप्टी मेयर आले हसन, पूर्व विधायक और पदमश्री अवार्ड प्राप्त जितेन्द्र सिंह शंटी, दिल्ली अल्पसंख्यक विभाग सचिव इशरत रिज़वी और आयोग सदस्या मैडम नैंसी, मुत्ताहिद जमीयत उलमा हिंद के हाशिम मलिक, तमिलनाडु दवाखाना के हकीम एसकेएल हमीदुद्दीन,राम मनोहर लोहिया अस्पताल से पूर्व में जुड़े रह चुके डॉ सैयद अहमद, निगम पार्षद जावेद चौधरी आदि रहे।




मुख्य अतिथियों के स्वागत सत्कार के पश्चात उनके कर कमलों द्वारा बीच बीच में शील्ड और सम्मानपत्र देकर सम्मानित किया गया। फोटो खींचने और खिंचवाने का भी एक लंबा दौर चला। कार्यक्रम के संयोजक शमशाद अली मसूदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज पत्रकारों का दिन है इसलिए पत्रकारिता की बात होनी चाहिए। आज के समय में पत्रकारिता करना सरल नहीं है। कोई पत्रकार सुरक्षा और संरक्षा नहीं है फिर भी पत्रकार निम्न से निम्न व्यक्ति को न्याय दिलाने का काम करते हैं।
जमीयत के हाशिम मलिक ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के रक्षक हैं। ग़रीबों की लड़ाई लड़ते हैं। उन्होंने पत्रकारों के लिए एक शेर पढ़ते हुए कहा कि हमारे पांव का कांटा हम हीं से निकलेगा। डॉ सैयद अहमद ने पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ बताते हुए माना कि भारत की महानता यानि धर्मनिरपेक्षता को संभालने का काम पत्रकार कर रहे हैं। पत्रकार कभी भी पक्षकार नहीं हो सकता। पदमश्री जितेन्द्र सिंह शंटी ने पत्रकारों के लिए शेर पढ़ा –
ज़मीं बेच देंगे,जमां बेच देंगे
मुर्दों के सिर का कफ़न बेच देंगे।
क़लम के सिपाही अगर चुप रहे तो
वतन के ये नेता वतन बेच देंगे।
अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ज़ाकिर खान ने कहा कि अखबार जनता की आवाज़ होते हैं छोटे छोटे स्थानों की ख़बरें,कम संसाधनों में निकाल कर प्रकाशित करना काबिले तारीफ़ है। पत्रकारों को सभी को सहयोग करना चाहिए।
एडीएम पुनीत पटेल ने लोकतंत्र के लिए पत्रकारिता के चौथे स्तम्भ का मज़बूत होना आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि पत्रकार को सच का पक्षधर होना चाहिए। पत्रकारिता समाज, राष्ट्र के लिए पूरी ज़िम्मेदारी के साथ होनी चाहिए।
डिप्टी मेयर मौहम्मद आले इक़बाल ने मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उसे हक़ की आवाज़ बताया। उन्होंने नेशनल मीडिया को एक पक्षीय बताते हुए बाकी अन्य मीडिया की प्रशंसा की। मीडिया को आंखों से पट्टी हटाने का काम करने वाला बताया।
एसडीएम करावलनगर संजय सोंधी ने कहा कि पत्रकार किसी सैनिक से कम नहीं हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी काम करतें हैं। उन्होंने पत्रकारों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें अपना नैतिक दायित्व समझते हुए कार्य करने को कहा।
इस अवसर पर शादाब रिज़वी,सागर इसरार, नौशाद अंसारी, नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी, मौलाना अब्दुल रशीद,ने भी अपने विचार प्रकट किए।
प्रोग्राम में भाग लेने वालों में अनेक वरिष्ठ पत्रकारों – वेबवार्ता के सईद अहमद, अनवार अहमद नूर,सारा सच के सलीम अहमद सिद्दीकी के अलावा शबाना ख़ान, साजिद जमाल, विपिन शर्मा, इमरान दबंग, जफर मोहम्मद आस नयन सिंह रूबी नूतन, साहिबा खातून,अनीस अंसारी,हीना, डॉक्टर जफरुद्दीन आफताब डॉक्टर शकील, प्रवीण कुमार, डॉक्टर शहनाज, बबीता, राजकुमार यूनुस शमशाद,शान मोहम्मद, मेरठ के इरशाद,शबाना खान,ललिता देवी, नूरुद्दीन, नईमुद्दीन, कौसर जहां, फरहाना, डॉ अख्तर हुसैन, युनूस सलीम, बरेली के डॉक्टर आमिर, लोनी के शाहिद, इरफान सैफी, जितेंद्र शर्मा, ज़रीफ सैफ़ी, शरीफ खान, फारूख मंसूरी,मौ.सलीम इदरीसी,अफ़ज़ाल अहमद सहित अनेक पत्रकारों, लेखकों और समाजसेवियों ने भाग लिया। शमशाद मसूदी ने सभी का आभार और धन्यवाद जताया।