आयुषअधिकारी डॉ राजेश पाराशर नहीं रहते अपने मुख्यालय में

ग्रामीणों ने बताया डॉक्टर को की शक्ल नहीं देखी ,नहीं मिलती आयुर्वेदिक दवाइयां मरीजों को लौटना पड़ता है बेरंग आयुर्वेदिक डॉक्टर राजनीतिक संरक्षण में मुख्यालय पर नहीं रहते

गोहद क्षेत्र के मुख्यालय आयुष अस्पताल चितौरा के ग्रामीण जनों की शिकायत पर जिला अधिकारी डॉ नीलम कुशवाह ने मौके पर जाकर किया मुख्यालय का निरीक्षण नहीं मिले डॉक्टर उपस्थित

डॉक्टर नीलम कुशवाह ने आयुष मुख्यालय भोपाल को भेजी रिपोर्ट 20 मार्च को 3 सदस्य जांच समिति भी कर चुकी है निरीक्षण आज तक नहीं हुई कोई ठोस कार्रवाई

भिण्ड। विकासखंड गोहद विधानसभा क्षेत्र के आयुष अस्पताल चितौरा मैं डॉक्टर राजेश पाराशर,अपने मुख्यालय में उपस्थित ना रहकर राजनीतिक संरक्षण में कार्य करते हैं मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है मुख्यालय पर उपस्थित नहीं मिलते। ग्रामीण जनों ने जिसकी शिकायत मध्य प्रदेश सरकार में आयुष मंत्री रामकिशोर कांवरे को सोशल मीडिया के माध्यम से ध्यान आकर्षित कराया फिर भी डॉक्टर अपने मुख्यालय पर नहीं रहते। ऐसे डॉक्टरों का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है और राजनीतिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं मरीज बिना दवाई के बैरंग लौट जाते हैं।

ग्रामीण जनों की शिकायत पर जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर नीलम कुशवाह ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया लेकिन डॉक्टर उपस्थित नहीं मिले और ग्रामीण जनों ने भी डॉक्टरों की शिकायत जिला अधिकारी से की जिसका पंचनामा के साथ प्रतिवेदन बनाकर डॉक्टर कुशवाहा द्वारा भोपाल मुख्यालय विभाग को भेजा गया। कमलेश्वर आइस मुख्यालय भोपाल से 3 सदस्य जांच दल गठित किया गया जोकि 20 मार्च को चितौरा अस्पताल का निरीक्षण किया जिस पर कार्रवाई आज तक नहीं हो सकी और यह डॉक्टर अपनी मनमानी चलाकर शासन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष विभाग के माध्यम से कई योजनाएं मानव व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए जन रक्षक के रूप में बनाई है जिसका लाभ जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है अगर मुख्यालय पर आयुष अधिकारी नहीं मिलेंगे, तो फिर शासन की योजना उन तक कैसे पहुंच पाएंगे।

ग्राम चितौरा अस्पताल मैं पदस्थ डॉक्टर राजेश पाराशर पदस्थ जिन्होंने शासन के सारे नियमों को ताक पर रखकर योजनाओं का पतीला लगा रहे हैं और ना ही मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं।भोपाल कमिश्नर आयुष भोपाल द्वारा 3 सदस्य कमेटी ने अपना प्रतिवेदन विभागीय अधिकारियों को दे दिया था फिर इस पर आज तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई यह पूर्ण तह संदेह है या तो राजनीतिक दबाव में ठंडे बस्ते में डाल दिया।

जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर नीलम कुशवाह ने यह कहा

चितौर आयुष अस्पतालों का ग्रामीणों की शिकायत पर निरीक्षण किया था जिसका हमने प्रतिवेदन बनाकर आयुष विभाग भोपाल कमिश्नर को भेजा गया है था जो कि 3 सदस्य समिति ने निरीक्षण किया । जिसका प्रतिवेदन इस समिति ने यह विभागीय अधिकारियों को सौंप दिया है कार्रवाई क्यों नहीं हुई यह शासन की प्रक्रिया है।

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