बूथ की मजबूती, संगठन की ताकत के बल पर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेंगे : मुदगल

बूथ विजय संकल्प अभियान की कार्यशाला

भिण्ड। भारतीय जनता पार्टी एक कार्यकर्ता आधारित और सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। बूथ हमारी सबसे महत्वपूर्ण इकाई है। हम अपनी इस इकाई की मजबूती और कार्यकर्ताओं तथा संगठन की ताकत के बल पर ‘अबकी बार 200 पार’ के लक्ष्य को हासिल करेंगे और पार्टी को मिलने वाले वोटों में 10 प्रतिशत की वृद्धि करेंगे। बूथ विजय संकल्प अभियान और बूथ विस्तारक योजना-2 का उद्देश्य भी यही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के नेता अर्पित मुदगल ने बूथ सशक्तीकरण अभियान एवं बूथ विजय संकल्प अभियान योजना की कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान मण्डल अध्यक्ष शिवकिशोर सिंह राजावत मंचासीन रहे।

हम डिजिटली जितने मजबूत होंगे, जीत उतनी ही बड़ी होगी : अर्पित मुदगल

कार्यशाला को संबोधित करते हुए अर्पित मुदगल ने कहा कि हमारी विकास यात्रा 72 वर्षों की है और मध्यप्रदेश वो पहला राज्य है, जिसने भाजपा की सरकार बनाई। हम पीढ़ी दर पीढ़ी कुछ न कुछ सीखते रहे हैं। श्री मुदगल ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य यही है कि बूथ हमारी निरंतर चलने वाली और सुदृढ़ इकाई बने तथा शक्ति केंद्र नियमित मॉनीटरिंग करें।

उन्होंने कहा कि हमें यह याद रखना चाहिए कि हम डिजिटली जितने स्ट्रांग होंगे, हमारी जीत भी उतनी ही बड़ी होगी। लेकिन इसके साथ ही हमें जमीन पर उतरकर भी काम करना है। लगातार प्रवास करना है, कार्यकर्ताओं से मिलना है। इसके लिए हमें प्रवास, प्रयास और प्राथमिकता का संकल्प लेना होगा, योजना बनानी होगी। समय का नियोजन करें, संपर्क और संवाद बढ़ायें तथा हर स्तर पर समन्वय के साथ काम करें।

हर युद्ध में गेमचेंजर होती है टेक्नोलॉजी, उसे अपनाएं : अर्पित मुदगल

कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री मुदगल ने कहा कि इतिहास गवाह है, हर लड़ाई में जीत उसी की होती है, जिसने उस समय के अनुसार एडवांस टेक्नोलॉजी को अपनाया हो। आज अगर हम भारत के विश्वगुरु बनने का सपना देख रहे हैं, तो उसका आधार भी टेक्नोलॉजी ही होगी। इसलिए हमें भी युद्ध जीतने के लिए अपने कार्यकर्ता को टेक्नोलॉजी से जोड़ना होगा। यदि हम उसे मॉडर्न टेक्नोलॉजी से सुसज्जित कर लेते हैं, तो फिर उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन देवकांत बरुआ ने किया तथा सुरेश शर्मा, हरिओम शर्मा , राधेश्याम गौर ने आभार माना।

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