जातीय जनगणना सामाजिक न्याय की पहली सीढ़ी : अखिलेश यादव

कोलकाता से लौटने पर सपा अध्यक्ष ने पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से की मुलाकात

लखनऊ, 21 मार्च । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कोलकाता में सम्पन्न राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद मंगलवार को राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने विधायक एवं पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद के साथ सैकड़ों की संख्या में आए कार्यकर्ताओं से भेंट की। इस दौरान अवधेश प्रसाद ने अखिलेश यादव को संविधान की प्रति भेंट करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ही संविधान की रक्षा हो सकेगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि आज लोकतंत्र और संविधान दोनों खतरे में हैं। इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारी निभानी है। भाजपा सरकार विपक्षियों का दमन कर रही है और सरकारी सम्पत्तियां बेच रही है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चलने को कहा।

सपा अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से बूथस्तर तक संगठन को मजबूत बनाने और मतदाता सूची में कटे नाम जुड़वाने का अभियान चलाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को पिछले चुनाव में 15 हजार नामों की सूची दी थी, जिनके नाम कटे थे, पर कुछ नहीं हुआ। अखिलेश ने जातीय जनगणना पर जोर देते हुए कहा कि भाजपा का ‘सबका विकास, सबका साथ‘ का नारा बिना जातीय जनगणना के खोखला साबित होगा। जातीय जनगणना सामाजिक न्याय की पहली सीढ़ी है। जातीय जनगणना के आधार पर सबको हक और सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार से हमने टॉप टेन और टॉप 100 अपराधियों की सूची मांगी थी वह भी नहीं मिल रही है। भाजपा में सबसे ज्यादा अपराधी हैं इसीलिए भाजपा सूची जारी नहीं कर रही है।

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, विधायक अभय सिंह तथा राष्ट्रीय सचिव लीलावती कुशवाहा आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही है। News Source : News Agency (Webvarta)

Leave A Reply

Your email address will not be published.