लेखकों ने की सलमान रुश्दी पर हमले की निंदा

लंदन 13 अगस्त (वार्ता) दुनिया भर के लेखकों ने विवादित लेखक सलमान रुश्दी पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में हुए हमले की निंदा की है। वर्ष 1988 में प्रकाशित ‘द सैटेनिक वर्सेज’ को रुश्दी के खिलाफ मौत के फतवे की धमकी के वर्षों के बाद हमले की यह घटना सामने आयी है। ब्रिटिश अखबारों की रिपोर्टों में कहा गया है कि रुश्दी को शुक्रवार को न्यूयॉर्क के एक कार्यक्रम में 15 बार चाकू मारा गया था, जिससे वह मंच पर ही खून से लथपथ हो गये थे।

बुकर-पुरस्कार विजेता लेखक इयान मैकवान ने इसे ‘भयावह हमला’ करार दिया और कि यह ‘विचार और अभिव्यक्ति’ की स्वतंत्रता पर हमला है। रुश्दी की मित्र और एवं साथी लेखिका लिसा एपिग्नेनेसी ने हमले को ‘भयानक और भयावह’ बताया। उन्होंने कहा, “ मेरी समझ में सलमान एक महान और बहुत साहसी लेखक हैं तथा वह वास्तव में नायाब है।”

बुकर पुरस्कार विजेता भारतीय लेखिका अरुंधति रॉय ने कहा कि वह दुख और गुस्से से लगभग अवाक थीं। उन्होंने कहा, “रुश्दी जैसे व्यक्ति के साथ ऐसा कुछ होना, यह वास्तव में हम में से बहुतों के लिए अस्थिर करने वाला है।”

अफगान-अमेरिकी लेखक खालिद होसैनी ने लिखा , “सलमान रुश्दी पर कायरतापूर्ण हमले से मैं पूरी तरह से व्यथित हूं। मैं उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। वह एक आवश्यक आवाज हैं और उन्हें चुप नहीं कराया जा सकता।”बंगलादेश की लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा , “उन्हें अब अपनी सुरक्षा का डर है।”

लेखकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले संगठन पेन अमेरिका की प्रमुख सुज़ैन नोसेल ने समूह के पूर्व अध्यक्ष पर ‘क्रूर, पूर्व नियोजित’ हमले की निंदा की। उन्होंने बताया कि रुश्दी ने घटना से कुछ घंटे पहले उन्हें ईमेल किया था, जिसमें यूक्रेनी लेखकों के लिए प्लेसमेंट में मदद की पेशकश की गई थी। उन्होंने कहा, “हम उम्मीद करते हैं और पूरा विश्वास करते हैं कि उनकी अहम आवाज को न तो दबाया जा सकता है और न ही दबाया जाएगा।”

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