मोतीलाल ओसवाल एएमसी ने नैतिकता रणनीति की पेश

मुंबई, 29 जून,  मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाएं (पीएमएस) रणनीति ‘मोतीलाल ओसवाल एथिकल स्ट्रैटेजी’ पेश की है। यह अपनी तरह की पहली नैतिकता केंद्रित पीएमएस रणनीति है। कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि एथिकल इन्‍वेस्‍टमेंट (नैतिकता के साथ किया गया निवेश) एक अवधारणा के रूप में जोखिम साझा करने वाले सिद्धांत का पालन करता है। यह सिद्धांत विभिन्‍न पक्षों और बदले में समाज को संदिग्‍ध सामाजिक एवं वित्‍तीय अभ्‍यासों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह रणनीति उन व्‍यावसायों का चयन करती है जिनका ऋण अनुपात कम है क्‍योंकि नीतिगत व्यापार दिशानिर्देशों के तहत ब्याज वाले लेनदेन सीमित होते हैं।

यह रणनीति बैलेंस शीट की जांच और कम लाभ की एक अतिरिक्त परत के साथ सामाजिक जिम्मेदारी और मूल्य निर्माण को बढ़ावा देने की अपनी बुनियाद के कारण ईएसजी निवेश के साथ कई तरह की समानताएं रखती है। कंपनी के पोर्टफोलियो मैनेजर वैभव अग्रवाल ने कहा,“मोतीलाल ओसवाल एएमसी भारत में एकमात्र संस्थागत वित्तिय कोष है, जिसके पास क्यूजीएलपी की एक लिखित निवेश प्रक्रिया है। देश में वित्तीय समावेशन को और बढ़ावा देने के लिए नयी निवेश अवधारणाओं के साथ फंड लॉन्च करने की आवश्यकता है। हमारा लक्ष्य देश में नैतिगत निवेश की अवधारणा को संस्थागत बनाना है और इसलिए हमने मोतीलाल ओसवाल एथिकल स्ट्रैटजी लॉन्‍च की है।’’

श्री अग्रवाल ने कहा,’इससे शराब, तंबाकू, जुआ, सोने और चांदी के व्यापार, बैंकिंग और वित्तीय, पोर्क या मांसाहारी संबंधित व्यवसायों, विज्ञापन तथा मीडिया और मनोरंजन एवं पोर्नोग्राफी के कारोबार में शामिल कंपनियों को बाहर रखा गया है। ये उद्योग कुछ समुदायों के लिए नैतिगत निवेश के मानकों के दायरे में नहीं आ सकते हैं और जागरूक सामुदायिक निवेशकों के लिए उपयुक्त निवेश नहीं होंगे।’

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