हमें हर विभाग में सुधार करने की आवश्यकता है : शाकिब

सेंट लूसिया, 28 जून,  बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने कहा है कि उनकी टीम ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ सेंट लूसिया टेस्ट में मैच जीतने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किया। इस मैच के चौथे दिन ही वेस्टइंडीज़ ने बांग्लादेश को 10 विकेट से हरा दिया। तीसरे दिन बांग्लादेश ने अपने छह विकेट गंवाए थे लेकिन उनके पास एक सम्मानजनक लक्ष्य देने का पूरा मौक़ा था। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और बांग्लादेश की टीम पहले घंटे में ही ऑल आउट हो गई। इस जीत के साथ ही वेस्टइंडीज़ ने इस टेस्ट सीरीज़ को 2-0 से जीत लिया। शाकिब ने मैच के बाद कहा, “इस टेस्ट को अगर देखा जाए तो हमने ड्रिंक ब्रेक, लंच ब्रेक या बारिश से ठीक पहले विकेट गंवाया। अगर हमने ये विकेट नहीं गंवाए होते तो चीज़ें काफ़ी अलग होती। यहां पूरा मामला यह था कि आप मैच के परिस्थितियों के प्रति कितने जागरूक हैं। मैच में जीतने का प्रयास करने या उसे सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने के लिए जिस तरह की चरित्र की आवश्यकता होती है, उसमें हम काफ़ी पीछे थे।”

शाकिब को लगता है कि दिसंबर में भारत के ख़िलाफ़ शुरू होने वाली सीरीज़ से पहले टेस्ट खिलाड़ियों को अपने खेल पर काम करना चाहिए। बांग्लादेश इस सप्ताह के अंत में अपने टी20 सत्र में प्रवेश करेगा, जो टी20 विश्व कप तक चलेगा। वे टी20 विश्व कप के आयोजन से पहले एशिया कप और न्यूज़ीलैंड में एक त्रिकोणीय श्रृंखला का हिस्सा बनेंगे। शाकिब ने कहा, “हमें टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए हर विभाग में सुधार करना होगा। अगला टेस्ट खेलने से पहले हमारे पास काफ़ी समय है। जो लोग टेस्ट खेलने में रुचि रखते हैं, वे इस समय के दौरान खु़द को सुधार सकते हैं।”

उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “अगर हम सभी और बाहर के कुछ खिलाड़ी इस संदर्भ में एक साथ योजना बना सकते हैं, तो हम अच्छा कर सकते हैं। अन्यथा अगर हम इसी तरह से खेलना जारी रखते हैं तो हम बहुत सारे बदलावों की उम्मीद नहीं कर सकते। हमें कई पहलुओं में बदलाव लाने होंगे।” शाकिब का मानना ​​​​है कि टीम को आत्मविश्वास हासिल करने के लिए घर पर नियमित रूप से मैच हारना बंद करना होगा। बांग्लादेश लगातार तीन टेस्ट श्रृंखला हार चुका है। पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ इस सीरीज़ में उन्हें हार मिली है।

उन्होंने कहा, “कोई भी टीम अधिकतर विदेशी दौरों पर अंडरडॉग होती हैं। उदाहरण के लिए न्यूजीलैंड को लें, वे विदेश में हार रहे हैं। इंग्लैंड वेस्टइंडीज में हार गया। ऑस्ट्रेलिया विदेश में खेल रहा होता है तो वहां हार जाता है। भारत के लिए भी ऐसा ही है। भारत में भी टीमें हारती हैं। इसलिए, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम घर पर ना हारें। या तो हम मैच जीतें या ड्रा करें। यह सुधार हमें तब मदद करेगा जब हम विदेश में खेल रहे हों। शायद हम तब भी जीत नहीं पाएंगे, लेकिन हम टक्कर तो देंगे।”

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