भर्ती घोटालों पर श्वेत-पत्र जारी करे खट्टर सरकार : कुमारी सैलजा

चंडीगढ़, 22 नवम्बर, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार ने सरकारी भर्तियों को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। श्री सैलजा ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि हरियाणा पब्लिक सर्विज़ कमीशन(एचपीएससी) और हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन(एचएसएससी) न केवल भर्ती घोटालों का अड्डा बन गए हैं बल्कि निष्पक्ष भर्ती करने में पूरी तरह से नाकारा हैं और सत्ता में उच्च पदों पर बैठे लोग इनमें हो रहे भर्ती घोटालों में कथित तौर पर सीधे रूप से शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा-जजपा सरकार दौरान अनेकों बार भर्तियां रद्द करनी पड़ रही हैं और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकारी भर्तियों में आए दिन जो खुलासे हो रहे हैं उससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार में भ्रष्टाचार हर स्तर पर फैल चुका है। सरकार एक घोटाले को छिपाती है तो दूसरा सामने आ जाता है। जमकर पर्ची-खर्ची का खेल चल रहा है। उन्होंने राज्यपाल से मीडिया रिपोर्टों और विजीलेंस कार्रवाई का स्वत: संज्ञान लेते हुए दोनों संस्थानों को भंग कर भर्ती घोटालों की किसी न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की।

उन्होंने कहा कि राज्य की मौजूद सरकार के गत लगभग सात साल के कार्यकाल के दौरान तीन दर्जन के करीब पेपर लीक हो चुके हैं। एचएसएससी के पूर्व तथा मौजूदा चेयरमैन भर्ती घोटालों को लेकर विवादों में घिरते रहे हैं। इसके बावजूद राज्य सरकार का कथित तौर पर इनके खिलाफ कार्रवाई न करना इस बात का प्रमाण है कि राज्य में हो रहे भर्ती घोटालों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने एचपीएससी और एचएसएससी को भंग कर नए भर्ती आयोग गठित करने और सभी विवादित भर्ती परीक्षाएं पुन: कराने की मांग की ताकि राज्य के शिक्षित बेरोजगारों को न्याय मिल सके।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि विजीलेंस ब्यूरो द्वारा एचपीएससी के उप सचिव और अन्यों की गिरफ्तारी के बावजूद सरकार चुप्पी साधे हुये है। उन्होंने मुख्यमंत्री से गत सात सालों में हुई भर्तियों पर श्वेत-पत्र जारी करने की मांग करते हुए कहा कि वह प्रदेशवासियों को बताएं कि उनके कार्यकाल के दौरान कितनी भर्तियों को अदालत में चुनौती दी गई है, सरकार ने किस विभाग में कितनी भर्तियां की हैं और कितनी बार पेपर लीक होने के कारण भर्तियों को रद्द किया गया है।

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